मप्र सरकार ने स्वामी अखिलेश्वरानंद को दिया कैबिनेट मंत्री का दर्जा

6/13/2018 6:18:58 PM

भोपाल : मध्य प्रदेश गो-संरक्षण बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद को राज्य मंत्री के बाद अब कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है। पूर्व में बाबा अखिलेश्वरानंद को जीएडी द्वारा जारी किए गए आदेश में त्रुटिवश राज्यमंत्री का दर्जा दिए जाने संबंधी आदेश जारी कर दिए गए थे, जिसे संशोधित कर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है। 

जानकारी के मुताबिक स्वामी अखिलेश्वरानंद को नर्मदा संरक्षण पैनल में शामिल किया गया था, हालांकि उन्होंने नर्मदा संरक्षण पैनल में नियुक्ति को लेकर नाराजगी जाहिर की थी। दरअसल अप्रैल में मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने पांच धर्म गुरुओं को राज्य मंत्री दर्जा दिया था। उस समय नर्मदा संरक्षण पैनल का गठन करते हुए स्वामी अखिलेश्वरानंद के साथ कंप्यूटर बाबा (नामदेव त्यागी), पंडित योगेंद्र महंत और भय्यूजी महाराज इसमें शामिल किया गया। 
 
हालांकि स्वामी अखिलेश्वरानंद को नर्मदा संरक्षण पैनल में शामिल किया गया था, हालांकि उन्होंने नर्मदा संरक्षण पैनल में नियुक्ति को लेकर नाराजगी जाहिर की थी। साथ ही वो इस पैनल से हटना भी चाहते थे। दरअसल अप्रैल में मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने पांच धर्म गुरुओं को राज्य मंत्री दर्जा दिया था। उस समय नर्मदा संरक्षण पैनल का गठन करते हुए स्वामी अखिलेश्वरानंद के साथ कंप्यूटर बाबा (नामदेव त्यागी), पंडित योगेंद्र महंत और भय्यूजी महाराज इसमें शामिल किया गया।

गोरक्षा बोर्ड के अध्यक्ष रहते हुए स्वामी अखिलेश्वरानंद कहा था कि गाय के कारण ही तीसरा विश्व युद्ध होगा। उन्होंने कहा था कि मिथकों में भी इसके संदर्भ हैं और 1857 में आजादी की पहली लड़ाई भी गाय पर ही शुरू हुई थी। इस बयान पर काफी विवाद हुआ था। स्वामी अखिलेश्वरानंद पहले ऐसे धार्मिक व्यक्ति हैं, जिन्हें बोर्ड में चेयरमैन का पद मिला।


 

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