भक्तों की आस्था का केंद्र बन रहा है वदेश्वर महादेव मंदिर, जहां पूरी होती है हर मनोकामना

8/16/2021 3:04:53 PM

जबलपुर (विवेक तिवारी): आज हम आपको भगवान भोलेनाथ के उस रूप के बारे में बताने जा रहे हैं। जिनके दर्शन मात्र से ही आपकी हर मनोकामना पूर्ण हो जाएगी, ये धाम है वरदेश्वर महादेव का, जबलपुर के बरगी हिल्स शाहनाला स्थित वरदेश्वर भोलेनाथ का मंदिर इन दिनों भक्तों की आस्था का प्रमुख केंद्र बन गया है। लगभग 700 साल पुराना गोंडवाना काल का ये मंदिर है। बताया जा रहा है यहां विराजे भगवान भोलेनाथ भक्तों की मनोकामना को पूर्ण कर रहे है। मंदिर का सापेक्ष पक्ष यह है कि यहां पर मात्र पूजन और अर्चन से ही भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो रही हैं। यहां पर नर्मदा परिक्रमा के दौरान साधु संत भी रुकते हैं, और पूजन अर्चन करते हैं।



सावन मास के अवसर पर भगवान भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से भक्त आ रहे हैं। इसी क्रम में  संत राघव देवाचार्य जी यहां पहुंचे और भगवान भोलेनाथ की आराधना और आरती की। इस अवसर पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता पंडित राममूर्ति मिश्रा भी मौजूद रहे और उन्होंने भी भगवान भोलेनाथ की आरती की। उन्होंने महाराज जी को इस मंदिर के महत्व के बारे में भी बताया और यह भी बताया कि किस तरह से यहां पर भक्त लगातार श्रावण मास में भोलेनाथ का दर्शन करने के लिए आ रहे हैं। विधि और विधान से यहां पर संत राघव देवाचार्य जी ने पूजन और अर्चन किया। यहां पर भगवान भोलेनाथ का भव्य श्रृंगार किया गया था। वरदेश्वर महादेव मंदिर में पूजन अर्चन करने के बाद संत राघव देवाचार्य जी महाराज और पंडित राममूर्ति मिश्रा तिलवारा घाट में मां नर्मदा के दर्शन को भी पहुंचे और वहां पर काफी देर तक धर्म और अध्यात्म पर चर्चा हुई। आपको बता दें कि यहां पर लगातार भक्त पार्थिव शिवलिंग का निर्माण भी कर रहे हैं, और उसके बाद उनका विसर्जन नर्मदा नदी में किया जा रहा है। इस मंदिर के बारे में एक किवदंती यह भी है कि यहां पर गोंडवाना की रानी दुर्गावती भी पूजन अर्चन करने आती थी लोग बताते हैं, कि पूजन अर्चन करने के बाद उनको भगवान भोलेनाथ की कृपा से अपार शक्ति मिली थी।

आस्था के इस महा केंद्र में श्रावण मास के अवसर पर लगातार भक्तों की भीड़ जुटी हुई है। यहां पर महिलाएं पुरुष बच्चे भजन करते भी आपको नजर आ जाएंगे। इस मंदिर को भव्य रूप देने के लिए बीजेपी के वरिष्ठ नेता पंडित राममूर्ति मिश्रा लगातार जुटे हुए हैं। उनका मकसद है कि इस विरासत को और भी भव्य रूप प्रदान किया जाए। लिहाजा यहां पर जबलपुर के तमाम संत लगातार पहुंच रहे हैं, और इस मंदिर को और भी कितना सुंदर बनाना है। उसके लिए सभी मिलकर प्रयास में जुटे हुए हैं मकसद यही है। भक्त यहां पर पहुंचें, भोलेनाथ का आशीष ले और उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो।

Vikas Tiwari

This news is Content Writer Vikas Tiwari