महाशिवरात्रि विशेष: महाकाल मंदिर में लगा भक्तों का तांता, तस्वीरों में करें बाबा के दर्शन

2/21/2020 11:31:43 AM

उज्जैन: उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में वैसे तो हर रोज भक्त दर्शनों के लिए आते हैं लेकिन आज महाशिवरात्रि पर मंदिर में भक्तों की लंबी लंबी कतारें देखने को मिलेगी। देश विदेश से लाखों की संख्या में भक्त दर्शन करने आएंगे। इसके लिए आज शिवलिंग के दर्शनों के लिए रात 2.30 बजे मंदिर के पट खुल गए।



दर्शन का सिलसिला आज रात को 10.30 बजे तक शयन आरती तक जारी रहेगा। इस दौरान 43 घंटे भक्तों के लिए राजाधिराज का दरबार खुला रहेगा। मंदिर समिति ने भक्‍तों की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए हैं। लंबी कतार को देखते हुए सुरक्षा प्रबंध के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया है।



59 साल बाद महाशिवरात्रि पर विशेष योग
आमतौर पर श्रवण नक्षत्र में आने वाली शिवरात्रि तथा मकर राशि के चंद्रमा का योग बनता ही है। लेकिन 59 साल बाद शनि के मकर राशि में होने से तथा चंद्र का संचार अनुक्रम में शनि के वर्गोत्तम अवस्था में शश योग का संयोग बन रहा है। चंद्रमा मन तथा शनि ऊर्जा का कारक ग्रह है। महाशिवरात्रि पर इस बार 59 साल बाद शश योग रहेगा। यह योग साधना की सिद्धि के लिए विशेष महत्व रखता है।



उज्जयिनी की भूमि साधना के लिए विशेष मानी गई है। ऐसे में कई साधक महानिशाकाल में यहां साधना करेंगे। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में त्रिकाल पूजा होगी। राजाधिराज महाकाल के शीश सवामन फूल व फल से बना सेहरा सजेगा। देवों के देव महादेव



शिवतांडव रूप में सजे महाकाल
ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में चल रहे शिवनवरात्रि उत्सव के आठवें दिन गुरुवार को भगवान महाकाल का शिवतांडव रूप में श्रृंगार किया गया। भगवान को नवीनवस्त्र, आभूषण तथा फलों की माला धारण कराई गई। तड़के 4 बजे भगवान का सप्तधान रूप में श्रृंगार हुआ।गर्भगृह में भक्‍तों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा



गर्भगृह में भक्तों व वीआईपी के प्रवेश प्रतिबंधित
भक्तों के जमावड़े को देखते हुए महाकाल मंदिर समिति के अधिकारियों ने महाशिवरात्रि महापर्व पर मंदिर के गर्भगृह में भक्तों व वीआईपी का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है। हालांकि मंदिर के गर्भगृह में भगवान महाकाल की पूजा अर्चना का क्रम चलता रहेगा।



सूचना बोर्ड के जरिए मिलेगी विभिन्‍न जानकारियां
महाकाल मंदिर आने वाले दर्शनार्थियों को सूचना बोर्ड के माध्यम से विभिन्न् जानकारियां दी जाएंगी। साल में एक बार दोपहर में होने वाली भस्मारती शनिवार को दोपहर 12 बजे होगी। इसके पूर्व भगवान के शीश सवा मन फूल और फूलों से सेहरा सजाया जाएगा। इसके लिए व्‍यापक इंतजाम किए गए हैं।

 

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