प्रशासन की बड़ी कार्रवाई, वेयरहाउस शील कर 2 हजार बोरियां की जब्त

5/3/2020 4:34:08 PM

जबलपुर (विवेक तिवारी): जबलपुर जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण के चलते किसानों के खाद्यान्न की तुलाई के लिए केंद्र चालू कर दिए गए हैं। जिसमे प्रशासन द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए मानक आधार पर प्रत्येक दिन 6 किसानों को मैसेज के माध्यम से सूचित कर उनके गेंहू को मंडी परिसर में बुलाया जा रहा है। जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो और किसानों की तुलाई भी होती रहे, पर कुछ केंद्रों में लॉक डाउन के चलते किसानों से प्रशासन द्वारा तय किये गए नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, लॉक डाउन में इन दिनों सिर्फ वही किसान अपना खाद्यान्न लेकर मंडी जा रहे हैं। जिनको मैसेज के माध्यम से बुलाया जा रहा है, जिस पर भी केंद्र प्रभारी द्वारा भारी अनिमितताऐं की जा रही हैं 

ठगे जा रहे किसान, सेटिंग से कहीं 40 किलो तो कहीं 51 किलो 300 ग्राम करा रहे तुलाई...

इसके विपरीत पनागर की सिंगोद खरीदी केंद्र जहां प्रशासन द्वारा 2 उपकेंद्रों की तुलाई वेयर हाउस में कराई जा रही है। वहां के सहायक केंद्र प्रभारी द्वारा कुछ किसानों की लगभग 2000 क्विंटल गेंहू 40 किलो के मानक से तुलाई कराई गई थी, इसकी भनक जैसे ही अन्य किसानों को लगी तो इनकी करतूत सामने उजागर हो गई, वहीं किसानों का कहना है कि उनसे प्रत्येक क्विंटल 30 रु की राशि भी वसूली जा रही है, साथ ही 200 ग्राम वजन वाली बोरी में 50 किलो 200 ग्राम की जगह 50 किलो 700 ग्राम गेंहू तौली जा रही है। तो जूट वाली बोरियों में 50 किलो 700 ग्राम की जगह 51 किलो 300 ग्राम तौल की जा रही है।



वहीं इनके करीबियों की 40 किलो की लगभग 2000 बोरियो की तोल कराई गई है, मौके पर किसानों ने मंडी स्थल में ही विरोध करना शुरू किया तभी जानकारी लगते ही जिला पंचायत अध्यक्ष मनोरमा पटेल भी मौके पर पंहुच गई, जिसके बाद उन्होंने मामले की सारी जानकारी लेकर गम्भीरता से लेते हुए फ़ूड अधिकारी, पनागर तहसीलदार सहित थाना प्रभारी को सूचित किया परंतु मौके स्थल से भाग खड़ी हुई बाद में किसानों ने आंदोलन की चेतावनी दी। तब जाकर में बाद नायाब तहसीलदार नेहा जैन, थाना प्रभारी राजेन्द्र सोनी, फ़ूड अधिकारी एमएच खान, सहकारिता विस्तार अधिकारी नितिन मेहरा, जिला सहकारी बैंक मैनेजर नरेश यादव मोके पर पंहुचे, जहां किसानों ने केंद्र में सहायक प्रबंधक द्वारा की जा रही लापरवाहियों से अवगत कराया।



मैसेज से कई गुना अधिक हुई तुलाई, पल्लेदार के नाम से वसूल रहे 30 रुपए प्रति क्विंटल की राशि...

किसानों ने संवाददाता को उदाहरण देते हुए बताया कि उक्त केंद्र में सेटिंग वाले किसानों के पास अगर 30 क्विंटल गेहूं का मैसेज आया है और वही उसके पास में 200 क्विंटल गेहूं उपज हुई है तो सहायक प्रबंधक द्वारा 30 क्विंटल की तुलाई ना करा कर पूरे 200 क्विंटल की तुलाई कराकर केंद्र में रख दी गई है। जबकि नियमानुसार किसानों के मैसेज के आधार पर ही तुलाई होना चाहिए। लेकिन केंद्र प्रभारी प्रबंधक की किसानों से मिलीभगत के चलते इन सभी कामों को अंजाम दिया जा रहा है। वहीं प्रत्येक किसानों से 30 रुपए क्विंटल के हिसाब से राशि दी जा रही है जिसकी शिकायत मौके पर उपस्थित समस्त अधिकारियों से की गई साथ ही किसानों ने तीव्र विरोध किया, किसानों के विरोध के बाद अधिकारियों ने केंद्र प्रभारी की जमकर क्लास लगाई, जिस पर सहायक प्रबंधक द्वारा शासन से मिलने वाली राशि उपरांत किसानों के खाते में राशि वापस देने का लिखित पंचनामा तैयार कराया गया। साथ ही कम तौल की शिकायत मिलने के बाद मौके पर जांच करने पहुंची नायाब तहसीलदार नेहा जैन ने  केंद्र में तोल की पाई गई लगभग 2069 कट्टियां जिनकी तोल प्रत्येक बोरी 40 किलो तोल की पाई गई है। जिसकी कई बोरियां वेयरहाउस के अंदर भी कर दी गई थी, उन सभी बोरियों की जांच कर उनकी जप्ती बनाकर वेयरहाउस को शील कर दिया गया है।

 

Vikas kumar

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