शासन के आदेश की अवहेलना, प्रकाश पर्व पर कई खंड स्तरीय अधिकारियों ने नहीं दिया ध्यान

11/13/2019 7:20:22 PM

भोपाल (इजहार हसन खान): मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्यप्रदेश में श्रीगुरु नानकदेव जी के 550वें प्रकाश वर्ष को शानदार और यादगार बनाने के हर संभव प्रयास किए। वहीं राजधानी भोपाल जिले के कई खंड स्तरीय अधिकारियों ने इसमें कोई रुचि नहीं दिखाई। जिसकी बानगी राजधानी भोपाल से लगी हुई बैरसिया तहसील में देखने को मिली। जहां पर प्रकाश पर्व की रात को कुछ खंड स्तरीय कार्यालय को छोड़कर किसी ने भी प्रकाश व्यवस्था नहीं की, जबकि इसके लिए सामान्य प्रशासन विभाग ने बाकायदा आदेश जारी किया था।

श्री गुरु नानकदेव जी के 550वें प्रकाश वर्ष को भव्य और यादगार बनाने के लिए सीएम कमलनाथ ने पिछले दिनों मंत्रालय में एक कमेटी गठित की थी। वहीं इस समिति में प्रकाश पर्व को भव्य और यादगार बनाने के लिए कई सारे निर्णय लिए गए थे। इसमें यह निर्णय लिया गया था कि प्रकाश पर्व के दिन मध्य प्रदेश के प्रत्येक शासकीय कार्यालय में प्रकाश व्यवस्था की जाए जिससे कि पूरा प्रदेश प्रकाश पर्व के दिन दमक जाए। इसके पालन में सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी कर शासन के सभी विभागों से प्रकाश पर्व की रात शासकीय कार्यालय में प्रकाश की व्यवस्था करने को कहा था।

प्रकाश पर्व की रात को बैरसिया के शासकीय कार्यालयों का जायजा लेने पहुंची तो यह पाया कि एसडीएम ऑफिस, पीडब्ल्यूडी, जनपद पंचायत ,सरकारी अस्पताल, रेंज ऑफिस ,पीएचई ऑफिस, इरिगेशन ऑफिस और गर्ल्स स्कूल बैरसिया को छोड़कर किसी ने भी अपने कार्यालय पर प्रकाश व्यवस्था नहीं की। हैरानी वाली बात तो यह कि नगर के बीचों बीच स्थित नगर पालिका कार्यालय पर बल्बों की एक झालर तक नहीं लगाई गई, जबकि एसडीएम कार्यालय के बाद नगर पालिका ही प्रमुख कार्यालय होता है।

वहीं कुछ विभाग तो सामान्य रोशनी के लिए लगाए गए बल्ब और ट्यूब लाइट बंद होने के कारण अंधेरे में डूबे दिखाई दिए। इस मामले में एसडीएम बैरसिया आईएएस आशीष सांगवान का कहना है कि शासन ने जो आदेश जारी किया था उसका पालन करना हर शासकीय अधिकारी का कर्तव्य है। अगर किसी ने अपने कर्तव्य में लापरवाही की है तो उस पर निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी।

Jagdev Singh

This news is Edited By Jagdev Singh