कोरोना पर भारी अंधिविश्वास, बिना डरे अछरुमाता मंदिर में मन्नत मांगने जा रहे लोग

5/19/2021 5:44:38 PM

निवाड़ी: इस समय पूरे देश में कोरोना संक्रमण अपना कहर बरपा रहा है। शासन-प्रशासन कोरोना संक्रमण से निपटने के लिये अपने स्तर से लगातार प्रयास कर रहा है। इसके लिये कही कोरोना कर्फ्यू लगाकर वैक्सीन लगाकर मास्क लगवाकर सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर चलने की बात कर रहा है। वहीं बुन्देलखण्ड जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी लोग इस महामारी को देवी प्रकोप मानकर विज्ञान के इस युग में आस्था और अंधविश्वास को बढावा देते नजर आ रहे हैं, जी हां हम बात कर रहे हैं निवाड़ी जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की, जहां आज सैकडों की संख्या में महिला पुरूष और बच्चे टोलियों के रूप में हाथों में जल से भरे लोटा झंडे लेकर माता रानी को जल चढ़ाने के लिए गांवों से निकल पड़े हैं।



माता रानी या ये अद्भुत मंदिर पृथ्वीपुर से मात्र छः किलो मीटर की दूरी पर स्थित है। लोग बुंदेलखंड के प्रसिद्ध देवी अछरूमाता मंदिर में माता को जल चढ़ाकर कोरोना को खत्म करने की  मन्नत मांग रहे हैं। लेकिन कोरोना गाइड लाइन के चलते मंदिर को आम भक्ति के लिये बंद रखा गया है। मंदिर बन्द होने के कारण मंदिर के बाहर ही मुख्य द्वारा पर महिलाओं ने पेड़ भर-भर कर माता रानी को जल चढ़ाया। जल चढाकर माता रानी से कोरोना महामारी से बचने की प्रार्थना की। इस महामारी को हमेशा के लिये समाप्त करने के लिए देवी मां से अर्जी की। लेकिन कोरोना को भगाने वाले उपाय आस्था एवम अंध विश्वास की इस कडी में लोग फिजिकल डिस्टेंसिंग एवं मास्क लगाना भी भूलकर भीड़ की शक्ल में मंदिर तो पहुंच गए। पर ये भूल गए कि कहीं ये उपाय और माता रानी के प्रति उनका यह विश्वास उनकी जान पर कहीं भारी न पड जाए। इस बीच प्रशासन के लोगों ने रास्ते में और मंदिर के बाहर धर्मान्ध इस भीड को रोकने के भरसक प्रयास किये। लेकिन लोगों ने एक नहीं सुनी, क्योंकि लोगों को भरोसा है की मां जगतजननी को जल चढ़ाकर देश से कोरोना का खात्मा हो सकता है। आज भी बुन्देलखण्ड के इन पिछड़े इलाकों में आस्था व धर्म विज्ञान पर भारी है।

 

 

Vikas Tiwari

This news is Content Writer Vikas Tiwari