मिनी हनीट्रैप का पर्दाफाश, महिला समेत अश्लील वीडियो बनाने वाले साथी गिरफ्तार
11/30/2019 12:55:52 PM
रतलाम(समीर खान): रतलाम पुलिस ने मिनी हनीट्रैप का पर्दाफाश करने बड़ी सफलता हासिल की है। गैंग में महिला पहले व्यापारी को अपने जाल में फंसाती थी और बाद में अपने साथियों से ही डरा धमकाकर अश्लील वीडियो बनवा कर ब्लैकमेल करके फिरौती मांगनी थी। गैंग में महिला व उसके साथियों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
एसपी गौरव तिवारी ने कंट्रोल रूम पर हुई पत्रकार वार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि, जावरा निवासी पवन पिता पारस मल जैन ने गुरुवार को शिकायत की थी कि रतलाम में 24 नवंबर को बिरियाखेड़ी ईंट-भट्टों के पास एक झोपडी में वह एक महिला मित्र के साथ गया था। इसी दौरान नकाब पहने तीन लुटेरे हथियार लेकर वहां पहुंचे और नकली पिस्तौल और चाकू दिखाकर उन्हें डराया। बदमाशों ने जबरदस्ती दोनों के अश्लील वीडियो बनाकर मोबाइल पर रिकार्ड कर लिए और महिला और उसके सभी गहनें, नकदी लेकर फरार हो गए। बाद में बदमाशों ने फोन करके वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए 20 लाख रुपए की फिरौती की मांग की।
दोस्ती का दिखावा कर बुलाया रतलाम
एसपी ने बताया कि फरियादी की शिकायत पर थाना आई.ए.रतलाम व सायबर सेल की टीम गठित कर जांच की गई। इस दौरान यह बात सामने आई कि महिमा जॉन पिता चार्ल्स उम्र 22 साल निवासी एमबी नगर पानी कि टंकी के पास रतलाम पवन जैन के संपर्क में करीब 5-6 महीने पहले आई थी। महिला ने प्यार और दोस्ती का दिखावा कर उसे फंसा लिया। 24 नवंबर को महिला ने राम मंदिर पर पवन को मिलने के लिए बुलाया। पवन दोस्त के साथ जावरा से आया जहां दोस्त उसे छोड़कर जावरा चला गया। पवन महिमा के साथ उसकी गाड़ी में बैठ गया। इसके बाद महिमा ने काफी देर उसे शहर में घुमाया और फिर बिरियाखेड़ी ईंट भट्टों के पास झोपडी में ले गई।
आरोपियों ने हथियार दिखाकर की लूट
पवन और महिमा जैसे ही वहां पहुंचे, कुछ मिनटों में आरोपी शिव उर्फ भोला पिता अशोक नाकवाल उस 24 साल निवासी लक्ष्मणपुरा, दिनेश उर्फ टका पिता जुझारसिंह डिंडोर 20 साल निवासी विरियाखेड़ी, कालु उर्फ अविनाश छपरी पिता अर्जुन छपरी उम्र 20 साल निवासी लक्ष्मणपुरा चेहरों पर नकाब पहने पहुंच गए। तीनों ने ऐसा दिखाया जैसे वे महिला को भी नहीं जानते हैं। उन्होंने वीडियो बनाने के साथ मारपीट करते हुये फरियादी से 25 हजार रुपए, सोने की अंगूठी, महिला के भी कड़े और नगदी आदि छीन लिए और चले गए।
शिकायत के बाद पुलिस ने योजना बनाकर शिकायकर्ता को फिरौती के पैसे देने भेजा व वहां पहले से घात लगाकर छिप गए। जब वे फरियादी से रुपए लेने के लिए हनुमान ताल आए तो आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया