जब दुष्कर्मी ने पुलिस से पूछा, ‘साहब मुझे फांसी कब होगी’

7/29/2018 12:13:58 PM

ग्वालियर : 6 साल की मासूम बालिका के साथ दुष्कर्म कर हत्या करने वाला दरिंदा जितेन्द्र कुशवाह मौत की सजा मिलने के बाद दहशत में आ गया है। मौत के खौफ से उसे रातभर नींद नहीं आई। वह जेल में सेपरेट सेल में इधर-उधर चक्कर लगाता रहा। सोने की कोशिश करता, लेकिन नींद नहीं आने पर सलाखों के पास आकर खड़ा हो जाता। वह बार-बार पानी पीता रहा। वहीं, प्रहरी से पूछता रहा कि उसे कितने दिन में फांसी पर लटका दिया जाएगा, हालांकि प्रहरी ने उसकी बात का कोई जवाब नहीं दिया। सुबह करीब चार बजे उसे नींद आई, लेकिन 3 घंटे बाद ही जाग गया।

अलग सेल में रखा अदालत द्वारा शुक्रवार को जितेन्द्र को फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद उसे दूसरे बंदियों से अलग सेल में रखा गया है। उसके सेल में दाखिल होते ही जेल कर्मी का पहरा तैनात कर दिया गया। रात में उसने सोने का प्रयास किया, लेकिन सो नहीं पाया। उसके दिल में अब मौत का खौफ समा गया है। उसकी निगरानी में तैनात जेल प्रहरी ने उसे सोने के लिए कहा भी, लेकिन उसे नींद नहीं आई। प्रहरी 24 घंटे उसकी निगरानी रखे रहे।



'सुबह हुआ नॉर्मल'
जानकारी के अनुसार रात में जितेन्द्र के चेहरे पर मौत का खौफ दिख रहा था, लेकिन सुबह होने पर वह नॉर्मल हो गया। उसने सुबह नाश्ता भी किया और दोपहर में खाना भी खाया। जेल में फांसी की सजा के तीन और बंदी बंद हैं। उसे मालूम चल गया कि उन लोगों को कई साल हो चुके हैं लेकिन अभी तक फांसी नहीं हुई है।

'उसकी अपील अभी पेंडिंग है'
जेल अधीक्षक मनोज साहू ने बताया कि वह रातभर बेचैन रहा, लेकिन सुबह नॉर्मल हो गया। उसे बता दिया गया है कि उसकी अपील पेंडिंग हैं। अभी तीन स्टेप हैं, उसके बाद ही कुछ होगा।

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