विधायक जी ने ठीक ही कहा था, प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल, खुद उनकी विधानसभा का भी यही हाल

8/12/2020 3:27:36 PM

जबलपुर (विवेक तिवारी): मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लगातार सलाह देते पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एवं पाटन विधायक अजय बिश्नोई अब खुद सवालों के घेरे में आ रहे हैं। यह जो हम तस्वीरें आपको दिखा रहे हैं। इन तस्वीरों को देखने के बाद तो हमें यही लगता है। कि दिया तले अंधेरा ही है, वाजिब भी है। दूसरों को सलाह देना आसान काम हो जाता है। लेकिन खुद पर अमल करना बेहद कठिन हो जाता है।



मंत्री पद न मिलने से मन के अंदर मलाल रखकर अपने ही मुख्यमंत्री पर ताबड़तोड़ हमले करने वाले अजय विश्नोई के विधानसभा क्षेत्र पाटन कि जो हम तस्वीरें आपको दिखा रहे हैं। ये तस्वीरें हम आपको इसलिए भी दिखा रहे हैं, क्योंकि यह तस्वीर है स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ विधायक अजय विश्नोई की आंखें भी खोल देगी, आंखें इसलिए खुलेंगी, क्योंकि अजय विश्नोई ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को सलाह दी थी कि कोरोना का इलाज चिरायु में ना करा कर हमीदिया में कराया जाता तो प्रदेश में एक अलग संदेश जाता। लेकिन जरा आप लोग यह तस्वीरें भी देख लीजिए, यह जो तस्वीरें हैं पाटन विधानसभा की है, ये बोरिया स्वास्थ्य केंद्र है। जहां पर बारिश के दिनों में मरीजों को क्या इलाज होता होगा, जब खुद स्वास्थ्य केंद्र ही बीमार हो जाए। यानी की सलाह देने के पहले हमें यह देखना भी होगा कि हमारे इलाके का क्या हाल है।



अब आप इन तस्वीरों को देखने के बाद यह कह तो नहीं सकते कि 5 साल में विधायक नहीं रहा। तो स्वास्थ्य केंद्रों का यह हाल हो गया आप को नियमित रूप से भ्रमण करना होगा देखना होगा सवाल अगर आप प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठा रहे हैं। तो खुद के विधायक होते हुए आपको अपने इलाके में भी छोटी सी छोटी और बड़ी से बड़ी समस्या पर न केवल ध्यान देना होगा, बल्कि उसको ठीक ही करना होगा। पंजाब केसरी ने जो तस्वीरें देखी तो सोचने पर मजबूर हो गया, कि सलाह देने वाले आखिर पहले खुद अपने इलाके की यह तस्वीर क्यों नहीं सुधारते हैं। खड़े हुए डॉक्टर, भरा हुआ बाहर पानी, दवाइयां गीली हो गई, मरीज के बैठने की कोई जगह नहीं। यानी कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अगर कोई थोड़ा सा ही इलाज के लिए मरीज आ जाए, तो उसे इलाज तो नहीं बीमारी जरूर यहां से मिल जाएगी। अब ऐसे में हम क्या कहें विधायक जी को खुद सोचना होगा, कि प्रदेश के बारे में बाद में सोचें पहले अपने इलाके के स्वास्थ्य केंद्र को ही सुधार लें, नहीं तो 5 साल पहले जिस तरह उन्हें मंत्री पद रहते हुए हार का सामना करना पड़ा था। फिर कहीं वह घटना दोबारा ना घट जाए। यहां पर शासन को भी देखना होगा कि आखिर बदहाल हाल पर यह स्वास्थ्य केंद्र इन लोगों को कैसे राहत देंगे।
   


बिल्कुल ठीक फरमाया विधायक जी, बेहद बुरे हाल हैं...
ऐसी तस्वीरों को देखने के बाद मन में ख्याल आता है, कि विधायक जी आप कितने सच्चे हैं। प्रदेश को आईना दिखाते अपने विधानसभा का भी आईना दिखा दीजिए। बिल्कुल आपने ठीक ही कहा था, मुख्यमंत्री जी को प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था ठीक नहीं है। सोचने की जरूरत है क्यों वीआईपी सरकारी अस्पताल में नहीं जाते, भाई विधायक जी आप कितने सच्चे हैं ऐसे ईमानदार विधायक हो आप अगर मुख्यमंत्री मंत्री ना बनाएं तो सवाल उठाना तो लाजमी था।

Vikas kumar

This news is Vikas kumar