manoj mandavi death: मनोज मंडावी के निधन से छत्तीसगढ़ में शोक की लहर, CM भूपेश बघेल ने जताया दु:ख

10/16/2022 11:33:26 AM

लीलाधर निर्मलकर (भानूप्रतापपुर): छत्तीसगढ़ के भानुप्रतापपुर सीट से विधायक मनोज मंडावी (MLA manoj mandavi) का निधन हो गया। वे विधानसभा उपाध्यक्ष थे। जानकारी के मुताबिक धमतरी के सर्किट हाउस में वह ठहरे थे। तभी सुबह उन्हें हार्ट अटैक (heart attack) आया। अस्पताल ले जाने से पहले ही उनकी हृदय गति रुक गई। डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मनोज मंडावी, अजीत जोगी सरकार में मंत्री रह चुके हैं।

हार्ट अटैक से निधन

छत्‍तीसगढ़ विधानसभा (chhattisgarh assembly) के उपाध्‍यक्ष मनोज मंडावी (manoj mandavi) का हार्ट अटैक से निधन हो गया है। धमतरी के निजी अस्‍पताल में उन्‍हाेंने अंतिम सांस ली। मनोज मंडावी भानुप्रतापपुर से विधायक थे। विधानसभा उपाध्यक्ष और भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक मनोज मंडावी का रविवार की सुबह धमतरी क्रिश्चियन अस्पताल में हार्ट अटैक से निधन हो गया। वे बीते कुछ दिन से बीमार चल रहे थे। अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद रविवार की सुबह बठेना में भर्ती किया गया था। जहां उनकी अटैक से मृत्यु हो गई, उनके निधन से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। 

मनोज मंडावी के निधन से स्तब्ध है लोग

शुक्रवार को ही मनोज मंडावी अपने छोटे सुपुत्र अमन मंडावी के प्रथम जिला आगमन पर साथ में रैली में शामिल थे। ऐसे में उनके निधन की खबर सुनकर सभी स्तब्ध है। वह अपने क्षेत्र के सबसे दमदार कद्दावर और दबंग विधायक रहे, उनकी क्षति को कांग्रेस पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता नेता पूर्ण नहीं कर सकता और यह कहा जा सकता है कि या कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत ही बड़ा झटका है।

CM भूपेश ने जताया दु:ख 

इधर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (cm bhupesh baghel) ने विधानसभा उपाध्यक्ष मनोज सिंह मंडावी के निधन पर गहरा दुख जताया है।  सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ विधानसभा के उपाध्यक्ष मनोज सिंह मंडावी के आकस्मिक निधन पर गहरा दुख प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा है कि मंडावी वरिष्ठ आदिवासी नेता थे। उन्होंने नवगठित छत्तीसगढ़ के गृह राज्यमंत्री और विधानसभा के उपाध्यक्ष सहित अनेक महत्वपूर्ण पदों को सुशोभित किया और प्रदेश की सेवा की। वे वर्ष 1998 में अविभाजित मध्यप्रदेश विधानसभा के तथा वर्ष 2013 और 2018 में छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। श्री मंडावी छत्तीसगढ़ आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष भी रहे। 

उनके विकास के योगदान को याद रखा जाएगा: भूपेश बघेल  

मुख्यमंत्री भूपेश (chhattisgarh cm) ने कहा कि मनोज सिंह मंडावी आदिवासी समाज के बड़े नेता थे। वे आदिवासियों की समस्याओं को विधानसभा में प्रभावशाली ढंग से रखते थे। मंडावी आदिवासी समाज की उन्नति और अपने क्षेत्र के विकास के लिए सदैव प्रयासरत रहे। प्रदेश के विकास में उनके योगदान को सदैव याद रखा जाएगा। उनका निधन हम सबके लिए अपूरणीय क्षति है। मुख्यमंत्री ने श्री मनोज सिंह मंडावी के शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।

राजनीतिक सफर

1. मनोज मंडावी का जन्‍म 14 नवंबर 1964 को हुआ था। पहली बार 1998 में मध्‍य प्रदेश विधानसभा से सदस्‍य निर्वाचित हुए थे।

2. 1998-2000 सदस्य- एस.सी., एस.टी., परिवहन, आदिवासी मंत्रणा समिति मध्यप्रदेश शासन

3. 2000: राज्यमंत्री गृह, जेल, परिवहन, लोक निर्माण, नगरीय प्रशासन, विधि विधायी, आवास, विमानन अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ आदिवासी विकास परिषद

4. 2013: द्वितीय बार छत्तीसगढ़ विधान सभा के सदस्य निर्वाचित हुए

5. 2014-2015 सदस्य, विशेषाधिकार समिति, छत्तीसगढ़ विधान सभा

6: 2015-2016 सदस्य, गैर सरकारी सदस्यों के विधेयकों तथा संकल्पों संबंधी समिति, छ.ग. विधान सभा

7. 2017-2018 सदस्य, प्रत्यायुक्त विधान समिति, प्रश्न एवं संदर्भ समिति, छ.ग. विधान

8.2018 तृतीय बार छ.ग. विधान सभा के सदस्य निर्वाचित

9. 2018-2019 सदस्य, सरकारी उपक्रमों संबंधी समिति, पटल पर रखे गये पत्रों के परीक्षण करने संबंधी समिति, छ.ग. विधान सभा

10. 2019-2020 सभापति, प्राक्कलन समिति, छ.ग. विधान सभा

11. 2019 से उपाध्यक्ष, छत्तीसगढ़ विधान सभा

12. 2020-21 विशेष आमंत्रित सदस्य, कार्य मंत्रणा समिति, छत्तीसगढ़ विधानसभा 

Devendra Singh

This news is News Editor Devendra Singh