घर लौट रहे मजदूरों के खुशखबरी: आठों जिलों में मनरेगा जॉब कार्ड फिर सक्रिय होंगे, मिलेगा लाखों को रोजगार
5/11/2020 5:38:23 PM
जबलपुर: कोरोना वायरस का लगे लाॅकडाउन से हजारों मजदूर घर लौट रहे हैं। ऐसे में सरकार ने उनके रोजगार का इंतजाम करना शुरू कर दिया है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना यानी मनरेगा होते हुए आखिर इतनी बड़ी संख्या में संभाग के सभी जिलों से मजदूर दूसरे जिलों या राज्य में मजदूरी करने क्यों गए? खासतौर से आदिवासी बहुल जिलों के हजारों मजदूरों का पलायन रोजगार के लिए हुआ। वापस आने वाले मजदूरों का अब क्या होगा। इस बारे में बड़ा निर्णय लिया गया है।
संभाग आयुक्त महेशचंद्र चौधरी ने संभाग के सभी आठ जिला कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि वह पलायन कर वापस लौटे मजदूरों के जॉब कार्ड की जांच करें। यदि उनके जॉब कार्ड निष्क्रिय हो चुके हैं, तो उन्हें फिर सक्रिय किया जाए। जिससे मजदूरों को घर वापसी के बाद भी रोजगार मिल सके।
5 लाख को रोजगार देने की तैयारी
संभाग के सभी जिलों में जल्द ही 5 लाख 43 हजार 115 मजदूरों को रोजगार देने का प्लान बनाया गया है। खास बात यह है कि अभी बिना आईडी वाले 1 लाख से ज्यादा मजदूर चि-ति हुए हैं। नए काम भी प्रारंभ करने के निर्देश संबंधित निर्माण एजेंसियों को मिले हैं।
इतने काम और मस्टर रोल
जिले काम चल रहे मस्टर रोल
जबलपुर 512 2494
बालाघाट 678 4430
छिंदवाड़ा 749 5730
सिवनी 640 3359
डिंडौरी 363 4809
मंडला 482 9008
कटनी 406 2188
नरसिंहपुर 444 2436
इनका कहना है
आठों जिलों का निरीक्षण किया गया है। जो मजदूर पलायन कर चुके थे और वापस आए हैं। उनके जॉब कार्ड यदि निष्क्रिय होंगे तो उन्हें सक्रिय किया जाएगा। जिससे उन्हें अपने जिले में ही रोजगार मिल सके।