मॉब लिंचिंग: शिवराज बोले- इसे कहते हैं जंगलराज, CM ने दिए जांच के आदेश
2/6/2020 10:29:25 AM
धार: धार जिले में मॉब लिंचिंग की दिल दहलाने वाली घटना सामने आने के बाद प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं इस घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा है। शिवराज सिंह ने कांग्रेस सरकार को जंगलराज बताया और कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। वहीं इस घटना के बाद बैकफुट पर आई कमलनाथ सरकार ने इसे शर्मसार करने वाली घटना बताते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
#मध्यप्रदेश में तालिबानी सज़ा....! पैसा देने के लिए बुलाया और बच्चा चोर के नाम पर भीड़ ने पत्थरों डंडों से पीट पीट के मौत के घाट उतारा। @CMMadhyaPradesh @OfficeOfKNath @DGP_MP @SP_DHAR_MP @ChouhanShivraj @bhargav_gopal pic.twitter.com/Th8aUroTFI
— Sandeep Singh संदीप सिंह 'सहर' (@SINGH_SANDEEP_) February 5, 2020
शिवराज ने बताया जंगल राज
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'यह अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।कानून और व्यवस्था प्रदेश में पूर्णतः ध्वस्त हो चुकी है। कानून का डर बिल्कुल समाप्त हो गया है। जंगलराज इसे ही कहते हैं! इस पूरी घटना की गहन जांच होनी चाहिए और इसके पीछे जो ज़िम्मेदार अपराधी हैं, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होना चाहिए।' इस पूरी घटना की गहन जाँच होना चाहिये और इसके पीछे जो ज़िम्मेदार अपराधी हैं, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होना चाहिए।
धार के मनावर में आपसी विवाद में घटित हुई घटना बेहद दुःखद।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) February 5, 2020
ऐसी घटनाएँ मानवता को शर्मसार करने वाली होकर बर्दाश्त नहीं की जा सकती है।
पूरे मामले की प्रशासन को जाँच के निर्देश।
जाँच कर दोषियों पर सख़्त कदम उठाने के निर्देश।
सीएम कमलनाथ ने दिए जांच के आदेश
सीएम कमलनाथ ने इस घटना के बाद सख्त जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि धार के मनावर में आपसी विवाद में घटित हुई घटना बेहद दुःखद है। ऐसी घटनाएं मानवता को शर्मसार करने वाली हैं, जिन्हें बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। सीएम कमलनाथ की ओर से पूरे मामले में प्रशासन को जाच के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही उन्होंन साफ किया है कि इस घटना में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख़्त कदम उठाया जाए।