2023 में शिवराज के चेहरे पर चुनाव लड़ेगी बीजेपी ? विजयवर्गीय के बाद मुरलीधर बोले- मैं ज्योतिष थोड़ी हूं...

6/27/2021 1:03:17 PM

मध्यप्रदेश डेस्क: क्या भाजपा की आंतरिक सियासत में बहुत कुछ शिवराज के खिलाफ चल रहा है ? वैसे तो पार्टी के तमाम नेता कैमरे के आगे आकर इस बात का खंडन करते नजर आ जाते हैं, लेकिन बीच बीच में कहीं कहीं ऐसी भी तस्वीर देखने को मिल जाती है, जो एक बार फिर से शिवराज विरोधी सियासत को उघाड़कर सामने ले आती है, और ऐसा ही नजारा बीजेपी मुख्यालय में उस वक्त देखने को मिला, जब भोपाल आए पार्टी के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव इस बात की गांरटी नहीं दे सके, कि 2023 में भी पार्टी शिवराज के चेहरे पर चुनाव लड़ेगी। इस विषय में मुरलीधर का जवाब वही था, जो आज से लगभग एक हफ्ता पहले कैलाश विजयवर्गीय ने दिया था। राव के मुताबिक, वह कोई भविष्यवक्ता नहीं है, जो ये दावा कर सकें, कि 2023 में शिवराज ही भाजपा के चेहरे होंगे। 



गौरतलब है, कि इससे पहले कैलाश विजयवर्गीय ने भी ग्वालियर में पत्रकारों से पूछे गए सवाल पर यही जवाब दिया था। उनसे जब सवाल किया गया था, कि क्या 2023 में भी शिवराज के चेहरे पर चुनाव लड़ा जाएगा, तो उन्होंने कहा था, कि वह कोई ज्योतिष नहीं है, जो इसके बारे में कुछ दावा कर सकें। मतलब साफ है, कि इस वक्त भाजपा में बहुत कुछ शिवराज हिसाब से ठीक नहीं चल रहा, और मुरलीधर राव और कैलाश विजयवर्गीय के बयान काफी हद तक ये संकेत दे रहे हैं, कि संभवत: 2023 तक शिवराज सिंह भाजपा के चेहरे नहीं रहेंगे।
शिवराज पर फैसला होल्ड क्यों ?



लगभग एक महीने पहले बंद कमरों में भाजपा नेताओं की बैठकों के दौरान ये कयास लगाए जा रहे थे, कि शिवराज सिंह को लेकर भाजपा हाईकमान जल्द ही कोई फैसला लेने के मूड में है। लेकिन तमाम स्तर पर मंथन के बाद ये तय हो गया, कि इस वक्त प्रदेश की सियासत में शिवराज का कोई विकल्प नहीं है। दूसरा इस वक्त अगर शिवराज पर कोई फैसला लिया जाता है, तो विपक्ष इसे कोरोना काल में भाजपा सरकार की नाकामी के साथ जोड़कर भी उसे घेर सकता है। इसके अलावा तमाम और भी ऐसे कारण हैं, जिन्हें लेकर पार्टी हाईकमान ने शिवराज को और समय दिया है। हालांकि ये सब अभी कयास की बाते हैं, जो कितनी सच हैं और कितनी गलत वो आने वाले वक्त में पता चलेगा।

 

Vikas Tiwari

This news is Content Writer Vikas Tiwari