MP ने महिला-बाल विकास में रचा इतिहास, आंगनवाड़ी भर्ती पूरी तरह ऑनलाइन पारदर्शी

Wednesday, Dec 03, 2025-01:11 PM (IST)

भोपाल। मध्यप्रदेश ने महिला और बाल विकास के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियों के साथ डिजिटल नवाचार और पारदर्शिता की मिसाल पेश की है। राज्य देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की पूर्णत: ऑनलाइन और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया लागू की।

राज्य की टेक होम राशन (FRS) प्रक्रिया को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया, जबकि स्पॉन्सरशिप योजना के तहत 20,243 बच्चों को लाभ पहुँचाकर मध्यप्रदेश देश में दूसरे स्थान पर रहा। झाबुआ जिले के ‘मोटी आई’ नवाचार को प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार मिला।

PM JANMAN भवनों की डिज़ाइन और मॉनिटरिंग मॉड्यूल को भी भारत सरकार ने विशेष सराहना दी। आंगनवाड़ी भवन निर्माण में रियल-टाइम मॉनिटरिंग और 20 मीटर जियो-फेंसिंग आधारित उपस्थिति व्यवस्था लागू की गई है।

आगामी 3 वर्षों की योजना में:

2026 से शहरी आंगनवाड़ियों में सेंट्रल किचन से गर्म भोजन की नई व्यवस्था

34 लाख बालिकाओं को छात्रवृत्ति/प्रोत्साहन—लाड़ली लक्ष्मी योजना का विस्तार

अगले तीन वर्षों में 9,000 नए आंगनवाड़ी भवनों का निर्माण

HEW के माध्यम से 1.47 लाख से अधिक जागरूकता गतिविधियाँ, जेंडर, सुरक्षा और कानूनी सहायता में व्यापक प्रभाव

PunjabKesariमहिला एवं बाल विकास के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धियाँ:

PMMVY: 9.70 लाख गर्भवती महिलाओं को ₹512 करोड़ से अधिक सहायता

लाड़ली बहना योजना: ₹36,778 करोड़ का अंतरण (जनवरी 2024–नवंबर 2025)

महिला हेल्पलाइन: 1.72 लाख महिलाओं को सहायता, 57 वन स्टॉप सेंटरों ने 52,095 महिलाओं को सुरक्षा प्रदान की

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ: 1.89 लाख पौधारोपण, 6,520 ड्राइविंग लाइसेंस, 8,637 बालिकाओं को प्रतियोगी परीक्षा प्रशिक्षण

सक्षम आंगनवाड़ी केंद्र: 12,670 केंद्र उन्नत किए गए

मध्यप्रदेश ने डिजिटल नवाचार और व्यापक योजनाओं के माध्यम से महिला और बाल विकास के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व स्थापित किया है।


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Content Editor

Himansh sharma

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