MP: महाशिवरात्रि पर शिव मंदिरों में दलितों को पूजा करने से रोका, धक्का मुक्की में घायल हुआ मासूम, मचा बवाल

2/18/2023 7:52:13 PM

खंडवा/खरगोन (निशात सिद्दीकी) : महाशिवरात्रि पर एक तरफ जहां शिव मंदिरों में पूजा-पाठ करने लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर  दलितों को शिवलिंग की पूजन करने से रोक दिया। मध्य-प्रदेश के खंडवा और खरगोन में महाशिवरात्रि के दिन कुछ ऐसे ही वीडियो वायरल हो रहे हैं। जिसमें में दलित समाज के लोगों को मंदिर में प्रवेश करने से रोका जा रहा है। वायरल वीडियो खरगोन के सनावद और कसरावद के बताए जा रहे हैं। वहीं खंडवा के हरसूद में भी इसी तरह के वीडियो वायरल हो रहे है। बताया जा रहा है कि महाशिवरात्रि पर शिव मंदिर में पूजा करने जा रहे दलितों को रोका जा रहा है। उनके साथ मारपीट और बुरे बर्ताव किए जा रहे हैं। हालांकि पुलिस ने तुरंत घटना स्थल पर पहुंच कर दोनों पक्षों को समझाइश दे मामले को संभल लिया है।

मिली जानकारी के अनुसार खरगोन के कसरावद में महाशिवरात्रि पर शिव-मंदिर गए दलितों के साथ मारपीट हुई है। वीडियो वायरल होने के बाद हंगामा हो गया। वहीं खरगोन के ही सनावद थाने के छपरा गांव में अभिषेक के लिए गए परिवार के बदसलूकी हुई। इतना ही नहीं महिलाओं से भी बुरा बर्ताव किया गया।

यहां ऊंची जाति वाले नहीं चाहते थे कि दलित भी मंदिर में जाकर पूजा- अभिषेक करें। पहले बहसबाजी हुई, फिर मारपीट की बात भी सामने आ रही है। दूसरा मामला छोटी कसरावद में हुआ है यहां थाना कसरावद बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि पुलिस भी मौके पर पहुंची थी। वायरल वीडियो में दस- ग्यारह साल के बच्चे  के मुंह से खून बहता दिख रहा  है।

इधर खंडवा के हरसूद में भी इसी तरह का मामला सामने आया है। जहां जलाभिषेक करने गए दलितों को मंदिर में आने नहीं दिया गया। मामला हरसूद विधानसभा क्षेत्र के गांव बैलवाड़ी का है। गांव में दलित पक्ष से प्रशांत पाचोले का कहना है कि शनिवार सुबह कोटवार हुकुमचंद का बेटा शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए मंदिर पहुंचा। यहां पुजारी जगराम पंवार ने उसे मंदिर के अंदर जाने से रोक दिया। कहा- तुमको भीतर के बजाय बाहर से पूजा करनी चाहिए।

पुजारी ने सुमेश को मंदिर से बाहर कर दिया। सुमेश बाहर से ही पूजा करके लौट गया। इसके बाद दलित समाज की कुछ लड़कियां भी मंदिर पहुंचीं, तो उन्हें भी बाहर रोक दिया। लड़कियों ने भी घर आकर रोना शुरू कर दिया। लड़कियों की जिद थी कि वो मंदिर में जाकर ही पूजा करें। प्रशांत के मुताबिक सभी लोग इकट्‌ठा होकर मंदिर पहुंच गए। डायल 100 को सूचना देकर पुलिस को बुलाया। हरसूद टीआई अंतिम पंवार भी पुलिस बल के साथ पहुंचे। टीआई अंतिम पंवार ने बताया कि डायल 100 को सूचना मिली थी कि बैलवाड़ी में एक मंदिर

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