कमलनाथ कैबिनेट की पहली बैठक, मंत्रियों को निर्देश देते हुए लिए ये फैसले
12/26/2018 4:43:29 PM
भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बुधवार को भोपाल में कैबिनेट की बैठक ली, जिसमें नए मंत्रियों के साथ ही सभी विभागों के प्रमुख सचिव भी मौजूद रहे। सीएम कमलनाथ ने अधिकारियों को नसीसहत देते हुए कहा कि काम में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गुरुवार को एक बार फिर कैबिनेट की बैठक होगी। इस बैठक में किसानों के कर्जमाफी को लेकर भी चर्चा की जाएगी।
विभाग मुख्यमंत्री सचिवालय से नहीं चलेंगे
सीएम कमलनाथ ने मंत्रियों से कहा कि विभाग मुख्यमंत्री सचिवालय से नहीं चलाए जाएंगे। अपने विभाग मंत्री खुद ही चलाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वचन पत्र में दिए गए वादों को पूरा करना मंत्रियों की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि सीमित समय में कामों का क्रियान्वयन किया जाना चाहिए। बैठक में बिजली बिल आधे करने पर बातचीत हुई और ऊर्जा विभाग का प्रेजेंटेशन भी जारी किया गया।
नए नजरिए के साथ व्यवस्था को देखें
मुख्यमंत्री ने कहा कि वचन पत्र के समस्त बिंदुओं के क्रियान्वयन का उत्तरदायित्व संबंधित विभाग का होगा। विभाग क्रियान्वयन की समयबद्ध कार्ययोजना बना लें। उन्होंने दोहराते हुए कहा कि नए नजरिए के साथ व्यवस्था को देखें, जो परिवर्तन और नवाचार आवश्यक हैं, उन पर अमल करें।
जनहित के कार्य बिना किसी हिला-हवाली के हों
CM ने निर्देश दिए कि, जनहित के कार्य बिना किसी हिला-हवाली के हों। नियमानुसार किए जा सकने वाले कार्य नियमित कार्यप्रणाली से हो यह सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री के समक्ष केवल ऐसे विषय लाए जाएं जो नियमित व्यवस्था में नहीं हो सकते। विभाग के संचालन का दायित्व विभागीय मंत्री का होगा।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने वल्लभ भवन मंत्रालय में मंत्री परिषद और अधिकारियों के साथ संयुक्त बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार लापरवाही और सुस्ती के प्रति जीरो टॉलरेंस होगी। जनसेवा सरकार का प्राथमिक दायित्व है।