आचार्य देवमुरारी बापू ने दी कमलनाथ को धमकी, आज CM हाउस के सामने करुंगा सुसाइड

8/19/2019 2:14:25 PM

भोपाल (इजहार हसन खान): प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के लिए प्रचार करने वाले आचार्य देवमुरारी बापू ने सोमवार को भोपाल में मुख्यमंत्री के आवास के बाहर आत्मदाह करने की धमकी दी।बताया जा रहा है कि संतों की विभिन्न मांगों को ठुकराए जाने से वृंदावन के संत आचार्य देव मुरारी बापू नाराज है और इसी के चलते  उन्होंने मुख्यमंत्री निवास के सामने आत्महत्या करने की धमकी दी है। 

ऑल इंडिया हिंदू पर्सनल लॉ बोर्ड के राष्ट्रीय सचिव व राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण न्यास के प्रवक्ता वृंदावन के संत आचार्य देवमुरारी बापू का कहना है कि मैंने पिछले साल नवंबर में मध्यप्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को समर्थन देकर उसके पक्ष में प्रचार किया था। संतों के समर्थन के बिना मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं बन सकती थी  लेकिन कांग्रेस सरकार हमारी बात नहीं सुन रही है।



नजंरअंदाज करने के कारण करेंगे आत्महत्या
देवमुरारी बापू का कहना है कि उन्होंने सीएम कमलनाथ से मांग की थी कि 15 अगस्त तक मध्यप्रदेश गौ संवर्धन बोर्ड में उनकी नियुक्ति की जाए, ताकि वे गौ सेवा कर सकें। लेकिन, यह मांग भी अनसुनी कर दी गई। बापू ने कहा आज कंप्यूटर बाबा और सुवुधानंद महाराज की सरकार में सम्मान के साथ भागीदारी है जबकि उनकी मेहनत का कोई भी इनाम नहीं दिया गया जबकि उनको भी इसी तरह का सम्मान मिलना चाहिए। इससे वे आहत हैं और सोमवार 12 बजे दोपहर को वे यहां मुख्यमंत्री निवास के सामने आत्महत्या करेंगे। क्योंकि इस सरकार द्वारा संतों की मांगें नहीं मानने से उनका मान-सम्मान गिरा है।



न कोई सम्मान मिला, न कोई पद
वहीं देव मुरारी बापू ने दावा किया कि विधानसभा चुनाव के समय दिग्विजयसिंह ने उनकी मुलाकात कमलनाथ के साथ उनके घर पर करवाई थी जिसमें उन्हें भाजपा के खिलाफ काम करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। चुनाव के समय कांग्रेस ने उनसे पूरे प्रदेश में भाजपा के खिलाफ चुनाव प्रचार करवाया था। आचार्य देव मुरारी बापू का यह भी दावा है कि प्रदेश के 15 जिलों में उन्होंने भाजपा के खिलाफ प्रचार कर कांग्रेस के पक्ष में वोट करने के लिए अपने साथियों के साथ विशेष अभियान चलाया था। बापू का कहना है कि उस समय उनसे चुनाव के बाद पद और सम्मान देने का वादा किया गया था, लेकिन अब 8 महीने बीत जाने के बाद भी उनको न कोई सम्मान दिया गया और न ही कोई पद।



जान को खतरा, सुरक्षा की मांग
इतना ही नहीं देव मुरारी बापू ने कहा कि मप्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार करने के कारण भाजपा के कार्यकर्ता बैर रखते हैं। उन्हें जान से मारने तक की धमकी मिल चुकी है। मथुरा के जिलाधिकारी और उप्र के मुख्यमंत्री को सुरक्षा के लिए एक पत्र भी लिखा पर सुरक्षा नहीं मिल सकी। जबकि उप्र में भाजपा समर्थित संतों को एक-एक गनर मिले हुए हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ से भी मांग की है कि उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए।

 

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