गुफा के अंदर मौजूद है रहस्यमयी शिवलिंग, अब प्रशासन करेगा इस धाम का विकास

12/27/2020 6:51:00 PM

बालाघाट (हरीश लिल्हारे): अपार संभावनाएं लिए बालाघाट जिले में प्रख्यात पर्यटन और दार्शनिक स्थलों के विकास की भरपूर सम्भावना हैं। बावजूद इसके यहां विकास को लेकर सरकार के इरादे कमजोर ही साबित हुए हैं। एक ऐसी ही तस्वीर पेश कर रहा है, बालाघाट का डोंगरगांव। पहाड़ों की रहस्यमयी गुफा और भूमिगत शिव धाम को देखने और जानने के बाद भोपाल के GST एडिशनल कमिश्नर लोकेश लिल्हारे काफी खुश नजर आए, औऱ कहा कि वे भाग्यशाली हैं जो उन्होंने बालाघाट की भूमि में जन्म लिया। साथ ही उन्होंने डोंगरगांव गुप्तेश्वर धाम की महिमा को देश दुनिया में गौरवशाली धरोहर बताया। जिसके विकास के लिए जहां उन्होंने अपील की, और अपने स्तर पर प्रयास का भरोसा भी जताया।



सैकड़ों फिट रहस्यमयी पत्थरों की गुफा और सुरंगों के रोमांचक रास्तों की यात्रा वाले गुप्तेश्वर महादेव के धाम पर यहां दर्शन करने पहुंची अधिकारियों, उद्योगपति, समाजसेवियों की आवश्यक बैठक सम्पन्न हुई। जहां बैठक में ऐतिहासिक गुप्तेश्वर महादेव के धाम को पर्यटन और बेहतर दार्शनिक स्थल के रूप में विकसित करने के विषय पर मंथन किया गया।  ग्रामीणों की मानें तो प्राचीन समय से अद्भुद और रहस्यमयी यात्रा के लिए प्रसिद्ध गुप्तेश्वर महादेव के धाम को लेकर भक्तों की गहरी आस्था है। प्रकृति की वादियों, पहाड़ों से घिरे इस धाम में अनेकों चमत्कार के दावे भी किये जाते हैं। बालाघाट ही नहीं बल्कि देश भर में गुप्तेश्वर महादेव के इस धाम को आस्था के लिहाज से खास बनाने की भी बात कही गई।



भक्तो की मानें तो हैरान करने वाली गुप्तेश्वर महादेव की रहस्यमयी यात्रा वाले इस सिद्ध धाम में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। जहां पहाड़ों की गुफा में जमीन के सैकड़ों फिट नीचे मां दुर्गा विराजमान हैं। यहां भगवान शिव का प्राकृतिक और अद्भुत मंदिर है।



पत्थरों की कलाकृति, शेषनाग की आकृति और बहती हुई नदी इसी गुफा के अंदर देखी जा सकती है। गुफा और सुरंगों में अद्भुत कलाकृति लोगों को हैरत में डाल देती हैं। इस धाम को जब GST के एडिशनल कमिश्नर लोकेश लिल्हारे ने जाना, और यहां पहुंचकर गुफा के अंदर माता के धाम तक पंहुचे, तो उन्होंने इस धाम के लिए नेताओं और शासन प्रशासन से विकास की अपील की और अपने स्तर पर प्रयास करने का आश्वासन दिया।  साथ ही उन्होंने गुप्तेश्वर महादेव के धाम वाले बालाघाट जिले में जन्म लेने और शिक्षा हासिल करने को गौरवपूर्ण बताया।



सतपुडा की पहाड़ियों से घिरी वादियों में गुप्तेश्वर महादेव शिव का धरातल में यह धाम वाकई में एक रहस्यमई और रोमांच पैदा करने वाली प्राचीन धरोहर है। लोगों की मानें तो पत्थरो की गुफा और शिव धाम की सुरंगों में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भक्तों को दुख तकलीफों से परे कर देता है।  यहां गुप्तेश्वर महादेव के चमत्कार और मुराद पूरी करने का दावा करने वाले भक्तों की भी कमी नहीं है। जो भी डोंगरगांव गुप्तेश्वर महादेव की पहाड़ी और धाम में गया। वो यहां प्रकृति की वादियों में आश्चर्य, रोमांच और आस्था का अनोखे अनुभव का ही साक्षात्कार करके लौटा है। इस धाम की महिमा अब धीरे धीरे अपरंपार होती जा रही है। जिसके विकास की गुहार लगने के साथ अब लोग अपने स्तर पर आपसी सहयोग से यहां के उत्थान के लिए संकल्पित हो रहे हैं।  

Vikas Tiwari

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