हिंदू राष्ट्र के मुद्दे पर कायम कथावाचक प्रदीप मिश्रा, बोले-, मैंने कोई अपशब्द नहीं कहा, माफी क्यों मांगू

5/9/2022 12:50:36 PM

नर्मदापुरम(गजेंद्र राजपूत): गंगा सप्तमी के अवसर पर रविवार शाम को अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा नर्मदापुरम पहुंचे। कोरीघाट पर पंडित मिश्रा के सानिध्य में मां नर्मदा की महाआरती हुई। इस दौरान उन्होंने कहा कि हिंदू राष्ट्र बनाने को लेकर दिए बयान के दौरान मैंने दलित समाज के लिए कोई अपशब्द नहीं बोला अगर मैंने बोला होता तो मैं माफी मांगता मैंने जो भी प्रवचन में कहा वह हिंदू राष्ट्र बनाने को लेकर कहा।



आरती के बाद पंडित मिश्रा ने नर्मदा नदी को मलिन, दूषित होने से बचाने की लोगों से अपील की। उन्होंने कहा शासन-प्रशासन, राजनेता अपनी व्यवस्था अनुसार नर्मदा को स्वच्छ रखने का काम कर रहे है। उन्हें सभी समाज को लेकर चलना है। पर हमारी भी तो जिम्मेदारी है। नियम बनाए कि जब भी नर्मदा घाट पर आए या सप्ताह में एक-दो दिन अनिवार्य आए और नर्मदा के घाटों की सफाई करने आना ही है। आप जब इसकी शुरुआत करेंगे, तो प्रेरणा लेकर कई लोग आगे आएंगे और इस कार्य में जुड़ जाएंगे।



पंडित मिश्रा ने लोगों से कहा कि नर्मदा नदी में पूजन पाठ के लिए सामग्री लाए तो उसके कचरे को घाट पर छोड़कर न जाएं। एक स्थान पर एकत्र करें, निर्माल्य पात्र में डाले। एक जगह कचरा एकत्र करने से उस उसका खाद बनेगा। जिसे बाद में किसानों को आप दे सकते है। जिसका खेती में उपयोग होगा। महाआरती का आयोजन नर्मदापुर युवा मंडल के अखिलेश खंडेलवाल व साथियों ने कोरी घाट पर किया। पंडित मिश्रा के दर्शन और कार्यक्रम की सुरक्षा में भारी पुलिस बल तैनात रहा। बड़ी संख्या में श्रद्धालु पंडित मिश्रा के दर्शन, आशीर्वाद लेने घाट पर पहुंचे।



आपको बता दें कि प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने देश को हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग की है। उन्होंने ये बात शुक्रवार को नर्मदापुरम में कथा सुनाने के दौरान गीत के माध्यम से की। उनका कहना है कि वे संविधान को बदल कर हिंदू राष्ट्र बनाएंगे। इस मांग के बाद दलित समाज में आक्रोश है। दलित समाज के नेता डॉ. मिथुन नारावाले ने पं. मिश्रा के बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा कि 14 मई को दलित समाज आष्टा में कथावाचक का बहिष्कार कर पुतला दहन करेगा और गिरफ्तारी की मांग करेगा।

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