राजनांदगांव में नेशनल लोक अदालत का आयोजन
3/13/2022 1:44:24 PM
राजनांदगांव (बसंत शर्मा): राजनांदगांव जिला न्यायालय परिसर में साल का पहला नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। नेशनल लोक में न्यायालय में लंबित सिविल वाद, वाहन दुर्घटना, दावा प्रकरण सहित राजीनामा योग्य मामलों का आपसी राजीनामें के आधार पर निराकरण किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से राजनांदगांव जिला न्यायालय परिसर राजनांदगांव में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया।
सुनवाई में रखे गए थे 8 हजार मामले
इस लोक अदालत में न्यायालय में लंबित मामले, मोटर दुर्घटना, दावा प्रकरण सहित राजीनामा योग्य लगभग 8 हजार मामलों को निराकरण के लिए रखा गया था। जिसमें से सैकड़ों मामलों का नेशनल लोक अदालत में आपसी राजीनामे के जरिए निराकरण किया गया। नेशनल लोक अदालत के लिए 34 खंडपीठों का गठन किया गया था। इस अवसर पर दोनों पक्षों की सुनवाई की गई।
त्वरित न्याय के लिए अदालत का आयोजन
इस नेशनल लोक अदालत में हाईकोर्ट के जस्टिस गौतम भादुडी, कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा और जिला न्यायालय के न्यायाधीश, अधिवक्ता शामिल हुए। इस मौके पर हाईकोर्ट के जस्टिस गौतम भादुडी ने बताया कि लम्बित प्रकरणों का निकारण करने एवं वादियों को त्वरित न्याय दिलाने के उद्देश्य से नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया है।
आपसी राजीनामे से सुलझे मामले
नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ सुबह 11.00 बजे से किया गया था। नेशनल लोक अदालत में सुलझा गए मामलों का पूरी तरह से खात्मा हुआ। अब इन मामलों की आगे अपील नहीं की जा सकती है। नेशनल लोक अदालत में बैंक, बीमा, टेलीफोन बिजली बिल नगर निगम, चालान, से जुड़े मामले भी रखे गए थे। इस नेशनल लोक अदालत में ऐसे मामले भी सुलझे जो वर्षों से चल रहे थे। नेशनल लोक अदालत की सौगात से कई परिवारों में आपसी कलाह भी दूर हुई और इस लोक अदालत के माध्यम से ना किसी किसी की हार हुई और ना किसी की जीत, बल्कि मामलों का निराकरण दोनों पक्षों के आपसी राजीनामे के जरिए किया गया। इस नेशनल लोक अदालत के आयोजन से सुलझे मामलों के बाद अब लोगों को कोर्ट कचहरी के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे, जिससे दोनों पक्षों के वक्त और रुपयों की भी बचत हुई है।