दलित मल फेंकने मामले में आया नया मोड़, ग्रामीण बोले मजाक में फेंका जो मल नहीं गोबर था...

7/25/2023 7:49:46 PM

छतरपुर (राजेश चौरसिया): छतरपुर में दलित युवक पर मल फेंकने वाले मामले में नया मोड़ आया है। जहां अब ग्रामीणों और आरोपी बनाए गए परिवार का कहना है कि उन्होंने मल नहीं गोबर फेंका था। 65 वर्षीय वृद्ध को जबरन आरोपी बनाकर जेल भेजा गया है। जबकि जिसने आरोप लगाए और रिपोर्ट लिखाई उसपर भी कार्रवाई होनी चाहिए। अब इस मामले को जबरन तूल दिया जा रहा है। जिसके चलते आज कलेक्टर की जनसुनवाई में तकरीबन 1 सैकड़ा ग्रामीण पहुंचे और उन्होंने आवेदन देकर निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की है।

पीड़ित के परिवार और उनके ग्रामीण धर्मदास पटेल, महेंद्र पटेल का कहना है कि यह सब मजाक-मजाक में हुआ है। 65 साल के वृद्ध रामकृपाल पटेल से पहले देशराज अहिरवार ने मजाक में काला ग्रीस लगाया था जिसके बदले में उसने पास में पड़ा गोबर लगा दिया और यह सब मजाक-मजाक में हुआ वहां सिर्फ यह दोनों नहीं और भी तकरीबन आधा दर्जन के करीब लोग थे। अब इस मामले को जबरन तूल दिया जा रहा है। देशराज अहिरवार ने झूठी रिपोर्ट लिखाकर वृद्ध रामकृपाल को जेल भिजवाया है। आरोपी देशराज भी है तो उसपर भी FIR होनी चाहिए उसे भी उसी आरोप में जेल जाना चाहिए कानून और न्याय सबके लिए बराबर है और हम कानून से न्याय की मांग करते हैं।

●दलित कार्ड खेल रहे लोग...

पीड़ित परिवार और ग्रामीणों का आरोप है कि हम सभी जाति/समुदाय के लोग गांव में मिलजुलकर बड़े आराम से हंसी-खुशी राह रहे थे और यह विवाद जिनमें हुआ है वे दोनों परिवार बिल्कुल आमने-सामने रहते हैं। आज तक कभी कोई विवाद नहीं हुआ सभी का बचपन, जवानी, बुढापा, यहीं हंसी-खुशी गुजरा है। इस मजाक को बाहर के लोगों ने तूल दे दिया। लोग आकर उन्हें बरगला रहे हैं और दलित कार्ड खेल राजनीति कर रहे हैं। उन्हें लालच दे रहे हैं कि हरिजन एक्ट लगा दो तो इसमें तुम्हें पैसा मिल जाएगा। जिसके चलते उन्होंने यह रिपोर्ट की है। यहां इस विवाद से गांव का माहौल बिगड़ता जा रहा है। इसे अब जातिगत और राजनैतिक रूप दिया जा रहा है, जो कि गलत है।

●गांव की भौगालिक वर्तमान स्थिति...

वोटर- 1350

जनसंख्या- 2500+जाति- पटेल, पाल, अहिरवार, रजक, विश्वकर्मा, नाई, पंडित, रैकवार, बसोर, नट, नागर, अनुरागी हैं..

घटना- 21 जुलाई सुबह 10 -11-12 बजे

रिपोर्ट- 22 जुलाई..

गिरफ्तार- 23 जुलाई 11-12 बजे

यहां बता दें कि गांव में एक भी ठाकुर परिवार नहीं है। लेकिन पंचायत का ही दूसरा गांव पुतरी में ठाकुर परिवार हैं और वहीं से ठाकुर महिला सरपंच है। आरोपी बनाए गए रामकृपाल गरीब हैं और कच्चा मकान है जबकि पीड़ित देशराज का मकान रामकृपाल से बेहतर है। घटना 21 जुलाई दोपहर 12 बजे की है 22 को आवेदन दिया FIR हुई और 23 जुलाई को दोपहर 12 बजे गिरफ्तार कर शाम को जेल भेज दिया गया।

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