नेता बनने के लिए छोड़ी डिप्टी कलेक्टर की नौकरी, रास नहीं आई राजनीति तो job वापस मांग रही निशा बांगरे

4/10/2024 7:46:28 PM

छतरपुर(राजेश चौरसिया): 23 जून 2023 में डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे पर राजनीति का ऐसा शौक सवार हुआ कि उन्होंने अच्छी खासी नौकरी छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन कर ली। लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि उनका राजनीति से मोह भंग हो गया है। अब वे फिर से अपनी नौकरी वापस पाना चाहती है। उन्होंने राज्य सरकार से नौकरी की डिमांड की है। वे इस्तीफा स्वीकार कराने के लिए न्यायालय के चक्कर काटती नजर आई है।

हाल फिलहाल निशा बांगरे कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता हैं। निशा बांगरे ने बताया कि कांग्रेस ने पहले उन्हें विधानसभा टिकट देने का वादा किया था वह पूरा नहीं किया। इसके बाद लोकसभा में भी टिकट नहीं दी। कांग्रेस ने उनके साथ वादाखिलाफी की है।

इसी को लेकर परिवार का दबाव है कि या तो वे नौकरी में वापस जाएं या फिर पार्टी बदलें। परिवार के दबाव के कारण जनवरी में नौकरी में वापस जाने के लिए आवेदन दिया था, लेकिन अब तक उस पर कोई फैसला नहीं लिया गया है। परिवार का दबाव बना हुआ है उसके चलते चार दिन बाद वे बड़ा निर्णय ले सकती हैं। यही कारण है कि फिलहाल वे राजनीति में एक्टिव नहीं हैं। इन दिनों बैतूल जिले के आमला में रह रही हैं।

राजनीति में कदम रखने के लिए डिप्टी कलेक्टर के पद से इस्तीफा देने वाली निशा बांगरे के सुर बदल गए हैं। निशा बांगरे अपनी सरकारी नौकरी वापस चाहती है। निशा बांगरे ने जनवरी में ही सामान्य प्रशासन विभाग नौकरी वापस देने के लिए पत्र लिखा था, लेकिन ये आवेदन अभी तक सरकार के पास पेंडिंग है।

बता दें कि, निशा बांगरे ने कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ने के लिए 23 जून, 2023 को इस्तीफा दे दिया था। इस इस्तीफे को स्वीकार करने के लिए उन्होंने राज्य सरकार से लड़ाई लड़ी थी। कांग्रेस ने उनके चुनाव लड़ने के सपने को तोड़ दिया है और जिस सीट से निशा चुनाव लड़ना चाहती थी उसपर किसी और को उम्मीदवार बना दिया गया था।

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