अब मरीजों को शिफ्ट करने में नहीं होगी परेशानी, ग्वालियर CMHO ऑफिस को मिली दो वेंटीलेटर युक्त एंबुलेंस

5/30/2021 2:19:13 PM

ग्वालियर (अंकुर जैन): कोरोना संक्रमण काल में पहले से परेशान आम आदमी की हालत और ज्यादा आर्थिक रूप से गंभीर हो गई है। उनकी जांच और दवाइयों के भारी-भरकम खर्च के अलावा जीवन रक्षक उपकरणों में उन्हें काफी पैसा खर्च करना पड़ा है। ऐसे में यदि किसी मरीज की स्थिति गंभीर होती है और उसे दूसरे अस्पताल अथवा शहर से बाहर भेजा जाता है। तो वेंटीलेटर एंबुलेंस नहीं होने के कारण उन पर आर्थिक रूप से भारी बोझ पड़ता था।



निजी एंबुलेंस से दिल्ली के लिए शिफ्ट होने वाले मरीज को करीब पचास हजार रुपये का एंबुलेंस चालक को भुगतान करना पड़ता था। लेकिन अब मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय को दो पोर्टेबल वेंटीलेटर मिल गए हैं। इनकी पूजा अर्चना करके लोकार्पण किया गया और उन्हें 108 एंबुलेंस में स्थापित किया गया। इस मौके पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के अलावा 108 एंबुलेंस के नोडल अधिकारी आईपी निवारिया भी मौजूद थे। उन्होंने हरी झंडी दिखाकर इन एंबुलेंस को जिला चिकित्सालय के लिए रवाना किया। खास बात यह है कि वेंटीलेटर युक्त एंबुलेंस का इस्तेमाल गंभीर मरीजों को एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट करने में किया जाता है जो बेहद गंभीर रहते हैं और क्रत्रिम उपकरणों के सहारे ही सांसों की डोर को थामे रहते हैं। लंबे अरसे से वेंटीलेटर युक्त एंबुलेंस की मांग की जा रही थी। जिसके फलस्वरूप राज्य शासन ने परिवार स्वास्थ्य कल्याण के जरिए CMHO ऑफिस को यह एंबुलेंस उपलब्ध कराई है। इन वेंटीलेटर युक्त एंबुलेंस की कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में बेहद जरूरत पड़ी थी। कई लोग ऑक्सीजन सहित अन्य सपोर्ट के चलते अपनी जान से हाथ धो बैठे थे। उन्हें एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल जाने में ही जान जोखिम में डालनी पड़ रही थी। इसके अलावा लोगों पर आर्थिक बोझ अलग से पड़ रहा था। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यह वेंटीलेटर युक्त एंबुलेंस पूरी तरह से निशुल्क है और मरीजों के लिए बेहद उपयोगी है। यदि मरीजों की संख्या बढ़ती है तो शासन से अतिरिक्त पोर्टेबल वेंटीलेटर की डिमांड की जाएगी।

Vikas Sharma

This news is Content Writer Vikas Sharma