अब लेटलतीफी और झूठी शिकायतों पर रहेगी रेलवे की नजर,जानिए कैसे

12/20/2018 12:44:59 PM

सागर: यात्रियों की शिकायतों में लेटलतीफी करना संबंधित रेलकर्मियों को महंगा पड़ सकता है। इसके साथ ही हेल्प लाइन नंबरों पर झूठी शिकायतें भी नहीं हो सकेंगी। इसके लिए रेलवे ने प्लानिंग शुरू कर दी है। रेल यात्रियों की शिकायतों का ऑनलाइन रिकाॅर्ड व रजिस्ट्रेशन होगा। 



मिली जानकारी के अनुसार, मंडल स्तर पर आरपीएफ कंट्रोल रूम में ऑटोमेटिक कॉल डायवर्ट मशीन लगाई जा रही है। इस मशीन से अब आरपीएफ हेल्प लाइन नंबर पर आने वाली शिकायतें रिकाॅर्ड और उनका ऑनलाइन पंजीकरण होगा। पंजीकरण के बाद जारी होने वाले टिकट नंबर को यात्री व संबंधित स्टेशन के आरपीएफ थाने में भेजा जाएगा। जहां पर यात्री को दी जाने वाली मदद को आरपीएफ ऑनलाइन अपडेट करेगी।

 

ट्रेन यात्रियों की सुविधा के लिए आरपीएफ ने 182, जीआरपी ने 1512 और रेलवे ने 138 हेल्पलाइन नंबर जारी कर रखा है। इसमें सुरक्षा संबंधी शिकायतों के मामले में 182 और 1512 पर व खानपान समेत अन्य मामलों की शिकायतों का 138 नंबर पर होता है। अभी तक होता यह है कि ट्रेन में किसी यात्री के साथ कोई घटना होने पर यात्री आरपीएफ के हेल्प लाइन नंबर 182 नंबर पर कॉल करता है। 


यह सूचना आरपीएफ कंट्रोल पहुंचती है। जहां तैनात कर्मचारी शिकायत को रजिस्टर में दर्ज करते हैं। शिकायत दर्ज होने के बाद उसकी सूचना स्टेशन स्टाफ को दी जाती है। जहां ट्रेन पहुंचने वाली होती है। कई बार शिकायतें झूठी भी निकलती हैं। इन्हीं सभी शिकायतों में पारदर्शिता लाने के लिए आरपीएफ ने अपने मंडल में ऑटोमेटिक कॉल डायवर्ट मशीन लगाई जा रही है। 

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