CET परीक्षा केंद्र को लेकर NSUI का हंगामा, मुंह काला करने व यूनिवर्सिटी में ताला लगाने की दी धमकी

8/28/2021 1:20:13 PM

इंदौर(सचिन बहरानी): विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित कॉमन एंट्रेंस टेस्ट की परीक्षा में एक और बड़ा बखेड़ा उस समय खड़ा हुआ जब भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के जिला अध्यक्ष अपने कार्यकर्ताओं के साथ इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय बाहर बनाए गए सेंटर का विरोध करने पहुंच गए। देखते ही देखते हंगामा इतना बढ़ गया कि कुलपति प्रोफेसर रेनू जैन ऑफिस छोड़कर जाना पड़ा। हंगामे की जानकारी मिलते ही नजदीकी थाने का पुलिस बल भी विश्वविद्यालय आ पहुंचा।

विश्वविद्यालय में होने वाली प्रवेश प्रक्रिया सीईटी पिछले काफी सालों से विवादों में गिरी हुई है। साल 2021 में आयोजित की गई कॉमन एंट्रेंस की परीक्षा में भी विश्वविद्यालय द्वारा बनाए गए परीक्षा सेंटरों का विरोध पिछले कई दिनों से चला रहा है। कार्य परिषद के पूर्व सदस्य द्वारा लिखित में कुलपति को इस बात के लिए कहा गया कि इंदौर के छात्र भोपाल, ग्वालियर और अन्य शहरों में ना जाएंगे। कोरोना प्रोटोकॉल का हवाला देते हुए उन 7000 बच्चों को इंदौर में ही परीक्षा देने के लिए लिखित आवेदन किया गया। शुक्रवार इसी मामले को लेकर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के नेता विश्वविद्यालय जा धमके और जमकर हंगामा किया।



इसी कड़ी में कार्यकर्ताओं ने हंगामा कुछ इस हद तक किया कि अपना ऑफिस छोड़ने पर कुलपति रेनू जैन मजबूर हो गई और कुलपति के कक्ष में निकल जाने के बाद काफी देर तक छात्र संघ ने कुलपति कक्ष में हंगामा किया और अंततः विश्वविद्यालय में ही बने कॉन्फ्रेंस हॉल में छात्र संघ और अन्य नेता जा पहुंचे पुलिस की मौजूदगी में जमकर हंगामा हुआ और बातों के दौरान एक छात्र नेता ने प्रबंधन के लोगों का मुंह काला करने की धमकी तक दे डाली। साथ ही सेंटर बदलने को लेकर जरूरत पड़ने पर रुपए देने की बात भी मीडिया के सामने कहीं। आपको यह भी बता दें कि सीईटी मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी ट्वीट करते हुए छात्रों के सेंटर 12 बनाए जाने का विरोध किया है। सीईटी के चल रहे इस विरोध प्रदर्शन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भी विश्वविद्यालय आ पहुंची और अपनी मांग कुलपति और अन्य लोगों के सामने रखते हुए बाहर बनाए गए सेंटर का विरोध किया।



साथ ही परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाने की बात भी कुलपति से कहती दिखाई दी। चल रहे विरोध प्रदर्शन में उस वक्त पुलिस की मौजूदगी बढ़ गई जब एनएसयूआई और एबीवीपी दोनों ही संगठनों के लोग विश्वविद्यालय कैंपस में आ पहुंचे। लगभग 4 घण्टे चले इस हंगामे के बाद छात्र संघ की मांग पर सीईटी के ज़िम्मेदारो को कुलपति ने आरएनटी मार्ग अपने कार्यलय पर बुलाया और एक घण्टे से अधिक चली बेठक के बाद ये निर्णय लिया कि छात्र संघटन द्वारा की गई मांग को लेकर देर शाम हुई बैठक के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकला और कुलपति ने मीडीया से बात करते हुए कहा कि 28 अगस्त शनिवार को इस बात का फैसला होगा।

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This news is Content Writer meena