CM कमलनाथ और सिंधिया को लेकर आपत्तिजनक ट्वीट, BJP नेता के खिलाफ FIR दर्ज

9/3/2019 10:34:32 AM

इंदौर: मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ और वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर सोशल मीडिया में आपत्तिजनक पोस्ट करने के मामले में भाजपा के नेता राहुल कोठारी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया है।
आपत्तिजनक कैप्शन लिखा...
दरअसल, 1 सितंबर 2019 को बीजेपी नेता राहुल कोठारी ने अपडेट ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट की थी। जिसमें सीएम कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया, जीतू पटवारी और गोविंद सिंह राजपूत भी दिख रहे हैं। फोटो में ज्योतिरादित्य सिंधिया कमलनाथ को सहारा देते दिखाई दे रहे हैं। पोस्ट में कैप्शन दिया गया है- 'कमलनाथ को विसर्जन के लिए ले जाते हुए सिंधिया।' इतना ही नहीं साथ में स्माइली भी लगाई है। यह ट्वीट गणेश चतुर्थी से ठीक एक दिन पहले की किया गया है। फोटो सोशल मीडिया पर पहले से ही वायरल है।


फोटो की सच्चाई...
दरअसल, यह एक पुराना फोटो है जिसमें मध्य प्रदेश कांग्रेस के सभी बड़े नेता प्रदर्शन के दौरान गाड़ी की छत पर सवार थे। इसी दौरान झटका लगने पर कमलनाथ का संतुलन बिगड़ा तो ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें संभाला था।



कांग्रेस ने कराई एफआईआर...
इस ट्वीट को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस के सचिव राकेश यादव ने इंदौर के विजय नगर थाने में राहुल कोठारी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत में कांग्रेस नेता ने लिखा था कि 'भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल कोठारी ने ट्विटर पर सीएम कमलनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट शेयर की है।
सीएम पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया
प्रदेश कांग्रेस सचिव ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि भाजपा नेता के अपमानजनक ट्वीट से सीएम की प्रतिष्ठा को नुकसान हुआ है। इसलिए राहुल कोठारी के खिलाफ आईटी एक्ट की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की जाए'। शिकायत मिलने के बाद इंदौर के विजय नगर थाने में राहुल कोठारी के खिलाफ धारा 499 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।

कोठारी ने दी प्रतिक्रिया...
कोठारी ने अपने खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद शाम ट्वीट किया, 'मेरे खिलाफ कांग्रेस द्वारा करायी गई एफआईआर प्रदेश में अघोषित आपातकाल का सबूत है। कोठारी ने ट्वीट में कहा, 'जिस मुख्यमंत्री का मान ही नहीं, उसकी क्या मानहानि! कठपुतली पुलिस के सामने ना झुकेंगे, ना रुकेंगे।' पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है। 
उन्होंने ट्वीट में आरोप लगाया कि सूबे के प्रमुख विपक्षी दल भाजपा की 'आक्रामकता' से डरकर प्रदेश सरकार कभी विरोध प्रदर्शन पर जुर्माना लगा रही है तो कभी एफआईआर दर्ज कर रही है। लेकिन प्रदेश सरकार जनता के लिये भाजपा के जारी संघर्ष को रोक नहीं सकती। 

 

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