स्वास्थ्य मंत्री की दो टूक- चौपाल या पंचायत में ना बैठे अधिकारी, खेतों में जाकर सर्वे करें

9/20/2019 11:58:47 AM

इंदौर: मध्यप्रदेश में बारिश से मची तबाही ने प्रदेश की राजनीति में भी हलचल पैदा कर दी है। बाढ़ सर्वे को लेकर लगातार बीजेपी के निशाने पर रही कांग्रेस अब एक्शन मोड में आ गई है। फसल बर्बादी को लेकर कमलनाथ के मंत्री अब लगातार बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में दौरे कर रहे है। इसी कड़ी में गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री और सांवेर विधायक तुलसी सिलावट इंदौर पहुंचे और अधिकारियों के साथ बैठक की। मंत्री ने अधिकारियों स्पष्ट शब्दों में कहा कि वे चौपाल या पंचायत में बैठकर नहीं बल्की खेतों में जाकर सर्वे करें। एक-एक गांव में ये सर्वे हो, कोई भी गांव, किसान न छूटे। किसान के खेत में जाकर सर्वे होना चाहिए, ताकि जमीनी हकीकत पता चल सके। किसानों को सर्वे के बाद मुआवजा भी जल्द से जल्द दिलवाया जाए।



इंदौर में गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री ने रेसीडेंसी पर आयोजित एक बैठक में प्रशासन के अधिकारियों को यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हो रही लगातार भारी बारिश से फसलों को बहुत नुकसान हुआ है। फसल नुकसानी का सर्वे ईमानदारी से किया जाए। तेज बारिश से खेतों में पानी भरा गया है। मालवा अंचल में अतिवृष्टि से सोयाबीन की फसल को काफी नुकसान हुआ है।मीटिंग में सभी अधिकारियों की मौजूदगी में शुक्रवार यानी आज से सर्वे शुरू करने की बात कही।



सिलावट ने कहा कि जमीनी हकीकत जानने के लिए ओटले, पंचायत भवन या किसी होटल में नहीं बल्कि खेतों में जाकर किसानों से सर्वे करना पड़ेगा। कांग्रेस सरकार किसानों के साथ है, किसी तरह की परेशानी अन्नदाता को नहीं आने दी जाएगी। इतना ही नहीं बैठक के बाद वे किसानों से भी मिले और उनसे बातचीत की।

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