पहले ही दिन शिवराज के मंत्री ने तोड़े नियम, प्रतिबंध के बाद भी पूजन सामग्री लेकर पहुंचे महाकाल

6/8/2020 6:53:15 PM

उज्जैन: आज से 79 दिन बाद उज्जैन में भक्तों के लिए बाबा महाकाल मंदिर के कपाट खोल दिए गए। लेकिन साथ ही सरकार ने कोविड-19 के मद्देनजर कुछ जरुरी दिशा निर्देश भी जारी किए हैं। जिनमें मंदिर में किसी भी तरह की पूजन सामग्री ले जाने पर पाबंदी लगाई गई है। लेकिन पहले ही दिन इन नियमों की धज्जियां उड़ाई गई। खास बात यह कि ये नियम किसी आम भक्त ने नहीं बल्कि शिवराज सरकार के कृषि मंत्री कमल पटेल ने ही तोड़े हैं। प्रतिबंध के बाद भी कृषि मंत्री के हाथों में पूजन सामग्री नजर आई।

वे अपने साथ दूध का लोटा और हार लेकर पहुंचे। उन्होंने बाबा को प्रणाम करते हुए पूजन सामग्री पुजारी को सौंपी और पुजारी ने उसे थाम भी लिया। वहीं इस दौरान कृषि मंत्री ने सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर बेतुका बयान भी दिया। आपको बता दें कि मंदिर प्रवेश की गाइडलाइन के अनुसार कोरोना को देखते हुए मंदिर में पूजन सामग्री लेकर जाने पर प्रतिबंध है। भक्त केवल बाबा के दर्शन कर सकते हैं।



दरअसल आज से राज्य में कई बड़े मंदिरों के कपाड़ खोल दिए गए। इस दौरान प्रदेश के कृषि मंत्री भी उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचे। जहां उन्होंने सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाई साथ ही साथ साेशल डिस्टेंस काे लेकर भी बड़ा अजीबो गरीब बयान दिया। कृषि मंत्री ने कहा कि वैसे ताे पूरा-पूरा पालन हाे रहा है, लेकिन कहीं मजबूरी में लोग थाेड़ा पास आ जाते हैं। इससे ज्यादा नुकसान हाेने वाला नहीं है। यदि काेई संक्रमित व्यक्ति किसी के संपर्क में आता है तो ही नुकसान होता है। जो लोग यहां चल फिर कर आ रहे हैं, ये काेरोना पीड़ित नहीं हैं। कोरोना का ज्यादा असर उन्हीं पर हो रहा है जो 65 साल के ऊपर हैं, जो बीमार हैं, जिसे किसी प्रकार स्वास्थ्य समस्या है। अन्यथा जो लोग युवा हैं जो मेहनत करते हैं खून-पसीना बहाते हैं। उनको कोई कोरोना नहीं होता, कोरोना भाग जाएगा। भारत का नौजवान परिश्रमी और मेहनती है, अपना खून-पसीना बहाता है, इसलिए उनके ऊपर कोरोना का असर होने वाला नहीं है। 

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This news is Edited By meena