गुना हत्याकांड में एक दबोचा,महेंद्र नागर नहीं माफिया कहिए, जिला बदर करने की थी तैयारी,गिरवी जमीन छुड़ाने की मिली किसान को सजा

Monday, Oct 27, 2025-06:22 PM (IST)

गुना(मिसबाह नूर): फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम गणेशपुरा में रविवार को जमीनी विवाद के चलते किसान की जघन्य हत्या के मामले में पुलिस ने 14 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है और 13 आरोपी भी फरार बताए जा रहे हैं। मृतक रामस्वरूप धाकड़ के शव का पोस्टमार्टम गुना जिला अस्पताल में कराया गया और शव उनके परिजनों को सौंप दिया है। बमौरी विधायक इंजी. ऋषि अग्रवाल ने भी अस्पताल पहुंचकर मृतक के परिजनों से मुलाकात की और सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

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वहीं दूसरी ओर घटनाक्रम को लेकर लगातार नए और चौंकाने वाले तथ्य भी सामने आ रहे हैं। इस क्रूरतम अपराध को अंजाम देने वाले आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड दर्ज होने की पुष्टि गुना एसडीओपी विवेक अष्ठाना द्वारा की गई है।

आरोपी महेंद्र नागर का है पुराना आपराधिक रिकॉर्ड, जिला बदर किए जाने की थी तैयारी

बताया जा रहा है कि हत्याकांड को अंजाम देने के लिए सबसे ज्यादा चर्चाओं में रहे आरोपी महेंद्र नागर का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है, उसे जिला बदर किए जाने की कार्रवाई प्रस्तावित थी। जो संभवत: आरोपी ने अपने रसूख का इस्तेमाल करते हुए फिलहाल रुकवा दी थी।

आरोपी राजनीतिक पहुंच वाला, महेंद्र का भाई पूर्व में रह चुका सरपंच

आरोपी व्यवसायिक और राजनीतिक पहुंच वाला बताया जा रहा है। उसके कई संस्थान संचालित हैं, महेंद्र का भाई पूर्व में सरपंच रह चुका है, वर्तमान सरपंच पर भी महेंद्र नागर का प्रभाव बताया जा रहा है। मामले में हैरान करने वाली बात यह है कि 6 बीघा जमीन के लिए आरोपियों ने किसान रामस्वरूप नागर को मौत के घाट उतार दिया।

रामस्वरूप के मामा के नाम पर दर्ज है जमीन, आरोपी पक्ष ने रखवाई है गिरवी

यह जमीन असल में रामस्वरूप के मामा के नाम पर दर्ज है, जिसे आरोपी पक्ष ने गिरवी रखा है। फतेहगढ़ और राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में बसे दोनों गांवों में आरोपी और पीड़ित पक्ष की रिश्तेदारी है। इसके चलते महेंद्र नागर का दखल राजस्थान के नाहरगढ़ थाना क्षेत्र स्थित पचलावड़ा गांव में भी सामने आया है।

रामस्वरूप नागर गिरवी रखी जमीन के पैसे लौटाने को था तैयार

इस बात का खुलासा भी हो रहा है कि रामस्वरूप नागर अपने मामा की जमीन को नियमानुसार वापस पाने के लिए आरोपियों को उतनी रकम वापस करने के लिए तैयार था, जो उसके मामा ने आरोपियों से जमीन गिरवी रखकर प्राप्त की थी। कुल मिलाकर आरोपियों की सनक, रसूख और आपराधिक प्रवृत्ति ने एक भोले-भाले किसान की जान ले ली है।

उसके परिवार को बुरी तरह प्रताड़ित किया गया है। वहीं अब तक मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने की वजह से पीड़ित परिवार में आक्रोश व्याप्त है, पुलिस जल्द से जल्द गिरफ्तारी करने का दावा कर रही है। आरोपियों में कई महिलाएं भी शामिल हैं, जिनकी तलाश में गुना और राजस्थान के कई गांवों में दबिश की जानकारी सामने आई है।

 


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Content Editor

Desh sharma

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