खुली दावों की पोल, एक ही कमरे में स्कूल और आंगनबाड़ी के बच्चे पढ़ने को मजबूर

8/7/2019 7:18:34 PM

सिवनीमालवा: शिक्षा मंत्री भाषणों के दौरान बड़ी घोषणांए तो करते है लेकिन धरातल पर वह कितनी लागू होती है ये सब तो आप लोग जानते ही हैं। तहसील के अंतिम छोर पर बसे गांव डेटी में शिक्षा मंत्री द्रारा बड़े-बड़े दावों की पोल खुल गई है। दरअसल, तहसील के अंतिम छोर पर बसे गांव डेटी गांव के प्राइमरी स्कूल का भवन जर्जर हाल में है। वहीं कमरोंं में कमी के चलते प्राइमरी स्कूल के बच्चे और आंगनबाड़ी के बच्चे एक साथ पढ़ने को मजबूर हैं।

जानकारी के मुताबिक ट्रायल भवन 1963 का बना हुआ है और 56 सालों में भवन अत्यंत जर्जर हो गया है। दो कमरों के अलावा एक कक्ष बना हुआ है इसमें कक्षा 12 और कक्षा 3 के बच्चों के साथ आंगनबाड़ी के बच्च पढ़ते हैं। वहीं प्रधान पाठक रेखा भावसार ने बताया कि आंगनबाड़ी को अन्य जगह शिफ्ट करने के लिए बीआरसी को पत्र लिखा है। जिसमें बताया गया है कि आंगनबाड़ी और स्कूल एक साथ  लगने से विद्यार्थियों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है। आंगनबाड़ी की गतिविधियां हमेशा चलती रहती हैं बच्चे का ध्यान नहीं रख पाता है वहीं स्कूल भवन बहुत पुराना है। बारिश में जगह-जगह से बारिश का पानी गिरता है बच्चों को बैठना में कठिनाई होती है। नए भवन की मांग की है। 

 

Vikas kumar

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