भ्रष्टाचार की खुली पोल! पहली ही बारिश में ढह गया ओवर ब्रिज, पिछले साल भी हुआ था ऐसा हाल

7/22/2021 5:20:08 PM

कटनी (संजीव वर्मा): कटनी-शहडोल मार्ग के घटिया निर्माण की एक बार फिर से पोल खुल गई है। एक घण्टे झमाझम बारिश क्या हुई, इस मार्ग पर कटनी में बने आर ओवर ब्रिज का स्पोर्टिंग वॉल भरभरा कर गिर गया, इस घटना में कोई जनहानि तो नही हुई, लेकिन इस मार्ग से आवागमन बन्द कर रूट डायवर्ट कर दिया गया है। आपको बता दें कि पिछले साल भी बारिश के समय इस ब्रिज का स्पोर्टिंग वॉल गिर गया था।

अपने निर्माण के बाद से ही विवादों में रहे इस मार्ग में रोजाना कहीं न कहीं कमियां सामने आ ही जाती हैं। पिछले साल भी 17 अगस्त की रात में बारिश के दौरान कटनी के लमतरा फाटक पर बने आर ओव्हर ब्रिज की स्पोर्टिंग वाल ढह गई थी। 2 से 3 माह तक रूट डायवर्ट कर इस ब्रिज की मरम्मत का काम किया गया। लेकिन मरम्मत कैसी हुई ये तो आपके सामने है। मरम्मत कार्य के बाद पहली बारिश में फिर से बुधवार की शाम स्पोर्टिंग वॉल ढह गई। मौके पर पहुंचे एडिशन एसपी संदीप मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 43 पर मध्य प्रदेश के कटनी शहर से शहडोल मार्ग जो कटनी-प्रयाग रेलखंड में लमतरा फाटक के ऊपर बना रोड ओवर ब्रिज है। जिसकी एक तरफ की दीवार बारिश की वजह से मिट्टी व उसके सपोर्ट में लगे सीमेंट के ब्लॉक गिर रहे है। जिसे आवागवन भी प्रभावित हुआ है। इस घटना के तुरंत बाद जबलपुर और दमोह से उमरिया और शहडोल की ओर आने जाने वाले भारी वाहन पर रोक लगा दी गई है। इस घटना के बाद से इसका सीधा असर सतना, पन्ना, दमोह, जबलपुर और उमरिया की ओर से आने और जाने वाले वाहनों के आवागमन पर पड़ेगा। वहीं एडीशन एसपी ने यह भी बताया कि जब तक ओवरब्रिज का सुधारकार्य नही होता है। तब तक जबलपुर और दमोह से उमरिया और शहडोल की ओर आने जाने वाले भारी वाहन स्लीमनाबाद - विलायतकला मार्ग से होकर गुजरेंगे। सतना-रीवा की ओर से उमरिया आने जाने वाले मैहर से बरही और पन्ना से आने वाले वाहन झुकेही से विजयराघवगढ़ होकर आवागमन करेंगे। इसके अलावा कटनी के भारी वाहन भी झुकेही से होकर जाएंगे। जबकि चार पहिया और लाइट वेट वाहनों का आवागमन लमतरा ब्रिज से 200 मीटर दूर स्थित रेल अंडर ब्रिज से किया जाएगा। 



इससे पहले भी पिछले साल भी यही ओवर रोड़ ब्रिज 17 अगस्त की बारिश में क्षतिग्रस्त हुआ था और कलेक्टर कटनी ने ओवरब्रिज मरम्मत कार्य के साथ रूट चार्ट को भी मंजूरी दी थी। यह पुल हर साल बारिश की वजह से छतिग्रस्त हो रहा हैं लेकिन जिला प्रशासन सिर्फ मरम्मत कराने पर जोर दे पूरे मामले को टाल देता है लेकिन आज तक इस पुल निर्माण के लिए ठेकेदार पर किसी भी तरह की कार्यवाही नही करता यह समझ मे परे है।

Vikas Tiwari

This news is Content Writer Vikas Tiwari