ग्वालियर के इस मोहल्ले में बेटी का रिश्ता करने से कतराते हैं मां-बाप, वजह जान हो जाओगे हैरान

6/2/2022 12:16:33 PM

ग्वालियर(अंकुर जैन): ग्वालियर वासियों को पर्याप्त पानी मिले इसके लिए 700 करोड़ से अधिक की अमृत योजना का काम किया गया है, लेकिन उसके बावजूद ही ग्वालियर शहर के कई इलाके ऐसे हैं जहां आज भी लोग पानी की बूंद बूंद के लिए तरस रहे हैं। पानी की समस्या के चलते इस क्षेत्र और वार्ड में लोग पानी के साथ-साथ एक सामाजिक समस्या से भी जूझ रहे हैं ..उनका कहना है कि पानी की शॉर्टेज के चलते लोग हमारे घरों में अपनी बेटी नहीं दे रहे हैं और ना ही शादी विवाह के रिश्ते तक आ रहे हैं।

यह कहानी है ग्वालियर के आदित्यपुरम क्षेत्र के पटेल नगर वार्ड नंबर 18 की। यहां के निवासी पानी की एक-एक बूंद के लिए परेशान है। ऐसा नहीं है कि वहां अमृत योजना के तहत पाइप लाइन नहीं डाली गई। पाइप लाइन तो डाल दी गई टंकियां भी बनाई गई लेकिन उनमें मेन लाइन से कनेक्शन नहीं किया गया है, जिससे लोग पानी के लिए परेशान हैं। ग्वालियर के अदित्यपुरम के पटेल नगर में रहने वाले लोग बूंद-बूंद पानी को परेशान हैं।



उनका कहना है कि 15 दिन में एक बार सरकारी टैंकर आता है। उससे उस दिन के लिए तो पानी स्टोर हो जाता है बाद में परेशान होना पड़ता है। स्थानीय निवासियों का दर्द है कि जब लोग यहां रिश्ते के लिए आते हैं, तो शादी के लिए मना कर देते हैं क्योंकि यहां मोहल्ले में ज्यादातर लोग बाल्टी लेकर पानी की तलाश में घूमते हुए नजर आते हैं। कोई लड़की वाला यह कहकर रिश्ता टाल देता है कि हम 10 लाख भी देंगे और हमारी बेटी यहां आकर पानी भी भरेगी क्या?



स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि वह अपने पैसे से टैंकर मंगाते हैं तो उसके उन्हें 600 से 700 चुकाने पड़ते हैं। आलम यह है कि लोग काम पर भी नहीं जा पाते हैं। सुबह से लेकर शाम तक पानी का इंतजार करते रहते हैं, वही घर की महिलाएं भी टैंकर आने पर बाहर ड्रम में पानी भरती है। उसके बाद बाल्टियों से ऊपर टंकी में भरना पड़ता है। उनका कहना है कि जिस दिन पानी आता है उस दिन सारा दिन पानी में ही गुजर जाता है। उधर रिश्ते वाले जब आते हैं तो यह कह कर लौट जाते हैं कि जब आपके मोहल्ले में पानी आने लगेगा तब रिश्ता लेकर आएंगे.. लोगों का कहना है कि पहले शौचालय की समस्या होती थी अब वह समस्या दूर हुई तो पानी की समस्या ने और बड़ी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि अधिकारी और जनप्रतिनिधियों से पानी की समस्या को लेकर कई बार मुलाकात की लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला है। लेकिन समस्या की विकरालता से जब जिम्मेदार अधिकारियों को अवगत कराया गया। तो उन्होंने अमृत की योजना से पाइप लाइन को जोड़ने और क्षेत्र की पानी की समस्या के समाधान के लिए गंभीर प्रयास बरतने का आश्वासन दिया है। लेकिन ऐसे में जब नगरीय निकाय चुनाव ने अपनी दस्तक दे दी है और ग्वालियर के आदित्यपुरम के पटेल नगर वार्ड नंबर 18 में जब पार्षद पद के दावेदार इस मोहल्ले में पहुंचेंगे, तो उन्हें जरूर इस बड़ी सामाजिक समस्या का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि इस मोहल्ले में पानी तो पहुंचा ही नहीं। लोग अब अपने घर की बेटी और रिश्ते निभाने से भी इंकार कर रहे हैं। जबकि सवाल सिर्फ जीवनदायी पीने के पानी और सिर्फ पानी की उपलब्धता का है।

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This news is Content Writer meena