महिला दिवस पर BSF अकादमी टेकनपुर में दीक्षांत परेड, 22 पुरुष अधिकारियों के साथ एक महिला अधिकारी ने ली देश सेवा की शपथ
Saturday, Mar 08, 2025-02:24 PM (IST)

डबरा। (भरत रावत): सीमा सुरक्षा बल अकादमी, टेकनपुर में 08 मार्च 2025 को सहायक कमांडेंट (सीधी भर्ती) क्रमांक-51 की भव्य दीक्षांत परेड समारोह का आयोजन वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई परेड स्थल में किया गया। इस परेड में एक महिला प्रशिक्षु अधिकारी सहित कुल 23 प्रशिक्षु अधिकारियों ने मुख्य अतिथि संजय सिंघल, भा.पु.से., विशेष महानिदेशक (मानव संसाधन), सीमा सुरक्षा बल मुख्यालय को सलामी देते हुए शानदार परेड का प्रदर्शन किया। इस परेड के कमांडर प्रशिक्षु अधिकारी सोहेल चौधरी थे। सभी प्रशिक्षु अधिकारियों ने मुख्य अतिथि संजय सिंघल के समक्ष देश के संविधान की एकता, अखंडता व संप्रभुता बनाए रखने के लिए समर्पित रहने की शपथ ली, जिसमें एक महिला अधिकारी भी शामिल थीं।
आयोजन से जुड़ी जानकारी देते हुए मुख्य अतिथि संजय सिंघल ने बताया कि मानसिक सजगता, शारीरिक क्षमता और बुद्धि की तीक्ष्णता के आधार पर अखिल भारतीय खुली प्रतिस्पर्धा से चुने गए इन युवा अधिकारियों में 10 स्नातक और 13 स्नातकोत्तर हैं। इन प्रशिक्षु अधिकारियों की औसत आयु 26 वर्ष है। ये अधिकारी देश के अलग-अलग राज्यों से आते हैं और अकादमी के कार्यवाहक निदेशक एवं महानिरीक्षक ब्रजेश कुमार, अधिकारी प्रशिक्षण केंद्र के कमांडर उप महानिरीक्षक नारायण चंद, उप महानिरीक्षक जसबीर सिंह, कमांडेंट संजय टंडन, कमांडेंट एवं अधिकारी प्रशिक्षण केंद्र की प्रशिक्षण टीम के कुशल मार्गदर्शन में कठिन प्रशिक्षण प्राप्त कर देश की सीमाओं की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
इन प्रशिक्षु अधिकारियों को 52 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण के दौरान शारीरिक प्रशिक्षण, ड्रिल, युद्ध कौशल, निशानेबाजी, बिना हथियार लड़ने की कला, विधि व कानून, मानवाधिकार अधिनियम, सीमा सुरक्षा बल की रोजमर्रा की कार्यवाही, आपदा प्रबंधन, मैप रीडिंग, सीमा निगरानी, आतंकवाद और उग्रवाद से लड़ने जैसे विषयों पर प्रशिक्षित किया गया।
इसके साथ ही, वाहन चलाना, कंप्यूटर प्रशिक्षण, तैराकी, घुड़सवारी और एडवेंचर ट्रेनिंग का भी गहन अभ्यास कराया गया। व्यक्तित्व विकास, चरित्र निर्माण और नेतृत्व क्षमता को विकसित करने के लिए विशेष कार्यक्रम भी चलाए गए। प्रशिक्षुओं को देश के विभिन्न सीमावर्ती इलाकों का दौरा (बार्डर टूर) भी कराया गया, ताकि वे जमीनी हालात को समझ सकें। कड़ी ट्रेनिंग पूरी करने के बाद अब इन अधिकारियों की तैनाती ऐसे स्थानों पर होगी, जहां का माहौल चुनौतीपूर्ण होता है। लेकिन, देश सेवा की शपथ लेकर ये अधिकारी हर परिस्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।