खरीद कर पानी पीने को मजबूर लोग, बूंद बूंद के लिए तरसे

5/13/2022 11:57:08 AM

जबलपुर(विवेक तिवारी): जबलपुर की बरगी विधानसभा के जनपद शहपुरा और जनपद जबलपुर में आने वाले सैंकड़ों गांव के लोग पीने के पानी के लिए कई वर्षों से जंग लड़ रहे हैं। बरगी विधानसभा के चिरापौंडी, नवीन देवरी, दुर्गा नगर, तिन्हेंटा सहित ऐसे सैंकड़ों गांव हैं, जहां पर ग्रामीण कुएं का गंदा कीचड़ भरा पानी पीने के लिए मजबूर है। इतना ही नहीं 30 से 35 साल पहले बने बरगी बांध के विस्थापित दुर्गा नगर में रहने वाले तीन जिलों के ग्रामीणों को इतने साल बीत जाने के बाद भी पानी सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।


बात दुर्गा नगर की करें तो सिवनी, मण्डला और जबलपुर जिले के बरगी बांध बनने के बाद विस्थापित किये गए ग्रामीण गांव के बाहर बने देवालय पर भजन कीर्तन करते नजर आ रहे थे। जब उनसे दोपहरी में भजन कीर्तन करने की वजह पूछी गई तो ग्रामीणों का दर्द छलक उठा और सभी ने एक सुर में अपना दर्द बयां किया और कहा कि हम भगवान के साथ स्थानीय जिला प्रशासन को जगाने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं ताकि हम विस्थापितों को पीने के पानी सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं का लाभ मिल सके।



ग्राम तिन्हेंटा की बात की जाए तो बाहर से सुंदर दिख रहे साफ सुथरे कुंए पर गांव के कुछ ग्रामीण पानी भरते औऱ नहाते हुए नजर आए परन्तु कुंआ बाहर से जितना साफ सुथरा नजर आ रहा था उसका पानी अंदर से उतना ही गंदा और कीचड़ से भरा हुआ था और जब कुएं पर मौजूद स्थानीय ग्रामीणों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस ग्राम में रहने वाले 65 से 70 घरों के आदिवासी परिवार निजी बोर से पानी खरीदकर पीने के लिए मजबूर है। ग्राम तिन्हेंटा में रहने वाले बृजलाल का गांव के बाहर एक निजी बोर है जिसमें पानी भरपूर आता है परंतु गांव के हर एक परिवार को बृजलाल 100 रुपये में महीने भर पीने का पानी उपलब्ध करवाते है जिसमें 50 रुपये हर घर से बृजलाल को मिलता है जबकि 50 रुपये स्थानीय ग्राम तिन्हेंटा के सरपंच रामकुमार सैयाम की तरफ से दिए जाते है। मूलभूत सुविधाएं ही अगर लोगों को सरकार मुहैया न करा पाए तो सरकार के खिलाफ फिर गुस्सा भी जनता का जमकर निकलता है। बरगी विधानसभा का यही हाल है जहां पानी की समस्या आज भी है, कल भी थी और भविष्य में भी शायद इन लोगों को इसी तरह संकट झेलना पड़ेगा।

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This news is Content Writer meena