फर्जी एडवाइजरी गैंग का पर्दाफाश, 10 आरोपी गिरफ्तार, 13 लाख रुपये नगद बरामद

4/22/2022 1:36:57 PM

इंदौर (सचिन बहरानी): इंदौर की राम थाना पुलिस (ram police staion) ने एक ऐसी फर्जी एडवाइजरी गैंग (fake advisory gang) को गिरफ्तार किया है, जो लोगों को मुनाफा कमाने के नाम पर उनके साथ फ्रॉड (fraud) कर रहे थे। पुलिस ने आरोपियों से 13 लाख रुपए नगद, 25 मोबाइल, 10 लैपटॉप, 2 कार और कई प्रॉपर्टी के कागजात जब्त किए हैं। वहीं से अलग बैंक अकाउंट (bank accounts) में 5 करोड़ से अधिक की ट्रांजेक्शन की जानकारी, पुलिस को हाथ लगी है।

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निवेश के नाम पर करते थे धोखाधड़ी 

दरअसल असम राइफल (assam rifles) के सैनिक सौरभ कुमार ने राउ पुलिस को शिकायत की थी कि उन्हें एक नंबर से कॉल आया था और फिर इन्वेस्टमेंट के नाम पर अच्छा मुनाफा देने पर पहले उन्हें पैसे इन्वेस्ट कराएं और फिर बाद में फोन स्विच ऑफ कर लिया। नंबर और अकाउंट नंबर के आधार पर पुलिस ने पहले जिसके नाम से अकाउंट था, उसे ट्रैक किया और इसके बाद परत दर परत गैंग के सदस्यों के नाम सामने आते गए। यह पूरी गैंग एक सिस्टमैटिक तरीके से काम कर रही थी। जिसमें कॉल लगाने वाले से लेकर फर्जी सिम उपलब्ध कराने वाले और रुपयों का हिसाब करने वालों की जिम्मेदारी तय थी।

10 लोगों ने मिलकर तैयार की थी नकली फर्म 

डीसीपी अमित कुमार तोलानी ने बताया कि इस पूरे गैंग के मुखिया एवं सरगना पवन तिवारी और पूजा थापा है। जिन्होंने लॉकडाउन के बाद 10 लोगों को एक साथ मिलाकर एक ही फर्जी एडवाइजरी फर्म (fake advisory gang) तैयार की थी। सभी आरोपी अलग-अलग लोगों को कॉल कर कर उनके साथ ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे थे। पुलिस को फिलहाल कई सारी ऐसी जानकारी हाथ लगी है कि इस गैंग से आने वाले समय में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं। इसमें पुलिस ने बैंक अकाउंट को रेंट पर देने वाले फर्जी सिम उपलब्ध कराने वाले, कॉल सेंटर में लोगों को कॉल लगाने वाले और लोगों का डाटा उपलब्ध कराने वाले सहित कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। 


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News Editor

Devendra Singh

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