आंगनवाड़ियों में अंडा देने पर राजनीति हुई तेज, BJP ने बताया सनातन धर्म के खिलाफ
10/31/2019 2:29:14 PM
भोपालः मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के आंगनवाड़ियों में बच्चों और गर्भवती महिलाओं को अंडे दिए जाने पर राजनीति तेज हो गई है। आंगनवाड़ी में बच्चों को अंडा देने के सरकार के फैसले पर बीजेपी ने नाराजगी जताई है। जिसके बाद कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है। जहां एक तरफ बीजेपी ने इसे धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ बताया है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस का मानना है कि अंडा शाकाहारी होता है और इसे महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी आहार बताया है।
आंगनवाड़ी में बच्चों और गर्भवती महिलाओं को अंडे देने के कमलनाथ सरकार के फैसले पर बीजेपी नेता गोपाल भार्गव का कहना है कि, 'भारत के जो संस्कार हैं, सनातन संस्कृति में मांसाहार निषेध है। अगर बचपन से ही इसे हम खाएंगे तो बड़े होकर नरभक्षी नहीं हो जाएंगे।' वहीं भार्गव से पहले बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी इस पर नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि, 'हम इसका विरोध करेंगे। लोगों के धार्मिक विश्वास के बीच किसी को भी हस्ताक्षेप नहीं करना चाहिए।'
कुपोषण दूर करने आंगनवाड़ियों में बच्चो को अंडा खिलाने की कमलनाथ सरकार की कवायद का पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी विरोध किया है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, 'कोई क्या खाए ये उसके विवेक पर निर्भर करता है, लेकिन सरकार कहे कि अंडा खाओ यह उचित नहीं है। आंगनवाड़ियों में अंडा खिलाने का हम घनघोर विरोध करते हैं। अंडे के कई विकल्प मौजूद हैं, पोषण आहार के लिए कई विकल्प हैं। आंगनवाड़ियों में अंडा नहीं परोसा जाना चाहिए। अंडा खिलाने का हम विरोध करेंगे। हमारे समय जब प्रस्ताव आया था अंडे का तो हमने इसको खारिज कर दिया था हम आंगनवाड़ियों में दूध देते थे।'
वहीं मध्य प्रदेश में आंगनवाड़ियों में बच्चों और गर्भवती महिलाओं को अंडा खिलाने पर अड़ीं महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी का कहना है कि, 'अंडा शाहकारी होता है। मैं भी अंडा खाती हूं और अंडा खाने में क्या परहेज है। स्वस्थ्य रहने के लिए सब खाना पड़ेगा।' वहीं नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के नरभक्षी वाले बयान पर उन्होंने कहा कि, 'उनके कहने से कुछ नहीं होता। मैं चाहती हूं कि मध्य प्रदेश से कुपोषण दूर हो। उनके कहने से क्या होता है। उन्हीं जैसे होटल में जा-जाकर नॉनवेज खाते हैं।'