बैतूल प्रशासन की शह पर निजी अस्पतालों ने बढ़ाए दो से तीन गुना रेट, नए खेल से भड़का जन आक्रोश

5/7/2021 7:19:20 PM

बैतूल(रामकिशोर पवार): महाराष्ट्र की सीमा से लगे मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य बैतूल जिले में अस्पतालों में रेट फिक्स कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि निजी चिकित्सालयों के संचालकों के साथ मिल कर जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी सीएचएमओ एवं जिला कलेक्टर बैतूल की पहल पर नए रेट जारी किए हैं। वहीं कोरोना सकंट में निजी चिकित्सालयों की प्रतिदिन की रेट लिस्ट ने बैतूल जैसे सी क्लास के जिले में जन आक्रोष को भड़का दिया है। जहां एक ओर भोपाल में जनरल वार्ड का प्रतिदिन का रेट 2000 रूपए है। वही बैतूल में 7400 रूपये तय किये गए है। भोपाल में आईसी यू का रेट 5000 रूपये है। बैतूल जिले के पाढऱ मिशनरी हॉस्पिटल का जनरल वार्ड का रेट 3500 रूपये, ऑक्सीजन वार्ड का 8000 तथा एसी वार्ड का 6000 हजार रूपये है लेकिन बैतूल जिले के रेट तो आसमान को छूने लगे है।

रेट लिस्ट तय करने वाली बैठक में
डॉ योगेश पण्डागरे विधायक भाजपा आमला - सारणी विधानसभा क्षेत्र
 (संचालक संजीवनी हॉस्पिटल बैतूल)
डॉ नूतन राठी (भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ )
 (संचालक राठी हॉस्पिटल बैतूल)
डॉ मनीष लश्करे  (भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ )
(संचालक लश्करे हास्पीटल बैतूल)
डॉ महेन्द्र सिंह चौहान (भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ )
(संचालक लाइफ केयर हॉस्पिटल बैतूल)
डॉ नीतिश चौकीकर भाजपा
(संचालक करूणा  हॉस्पिटल बैतूल)
डॉ रवि पदम (भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ )
 (संचालक लाइफ केयर हॉस्पिटल बैतूल)
डॉ रमेश काकोडिय़ा (भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ )
(संचालक काकोडिय़ा हास्पीटल बैतूल)
विकास सोनवानी  (मीडिया प्रभारी पाढऱ हॉस्पिटल बैतूल)
डॉ अरूण जयसिंगपुरे (भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ )
सचिव रेडक्रास सोसायटी (संचालक सिटी हॉस्पिटल बैतूल)
वैष्णवी हॉस्पिटल, चैतन्य हॉस्पिटल, मदान हॉस्पिटल, सहित आधा दर्जन हॉस्पिटल के संचालक बैठक में उपस्थित नहीं थे।
रेट लिस्ट के बाद भड़का जन आक्रोष 



जैसे ही सरकारी प्रेस विज्ञिप्त में जिले के निजी चिकित्सालयों की रेट लिस्ट जारी हुई पूरे बैतूल जिले में जिला सरकार के प्रति भड़का जन आक्रोष सोशल मीडिया पर दिखाई देने लगा। लोगों ने जमकर प्रदेश की सरकार और उनके जनप्रतिनिधियों को लताड़ा। लोगों ने भाजपा सरकार को जम कर खरी - खोटी सुनाई। जिला के मुख्यालय के विधायक निलय डागा और पूर्व मंत्री सुखदेव पांसे ने इस रेट लिस्ट को निजी चिकित्सकों एवं चिकित्सालयों को सीधे तौर पर आपदा में लूट का अवसर दिया है। डागा ने जिला कलेक्टर के समक्ष अपना आक्रोष भी व्यक्त किया है। बैतूल जिले से कांग्रेस - आम आदमी ने सबसे पहले रेट लिस्ट को लेकर अपनी आवाज उठाई है। भाजपा के जिलाध्यक्ष बबला शुक्ला भी रेट लिस्ट आड़े हाथ लेते हुए अपनी ही सरकार पर बरस पड़े और उन्होने कलेक्टर से कहा कि रेट लिस्ट में संशोधन किया जाए।

 

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