विश्व मृदा दिवस पर क्षेत्रीय किसानों को एक बड़ी सौगात, जनजातीय विश्वविद्यालय में मृदा परीक्षण प्रयोगशाला का जल्द होगा निर्माण

12/6/2022 4:59:12 PM

अनूपपुर (विनय शुक्ला): अमरकंटक के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय (Indira Gandhi National Tribal University) के कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से 5 दिसंबर 2022 को विश्व स्वास्थ्य मृदा दिवस (world soil health day) क्षेत्र के किसानों को प्रशिक्षित कर मनाया गया। कार्यक्रम में अध्यक्ष कुलपति प्रोफेसर प्रकाश मणि त्रिपाठी और मुख्यातिथि शीला त्रिपाठी उपस्थित रही। कार्यक्रम संयोजक डॉ. अनीता ठाकुर द्वारा स्वागत भाषण दिया गया। किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना (world soil card scheme) और मृदा परीक्षण के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो. प्रकाश मणि त्रिपाठी ने अपना वक्तव्य अथर्ववेद के श्लोकों से किया। उन्होंने कहा कि धरती हमारी मां है और हम सब इसके बच्चे अतः हमें अपनी मां का ध्यान रखना चाहिए। आज का दिन इस बात का घोतक है कि हम उस धारा के प्रति चिंतित रहें, जो हमें जीवन पर्यन्त अन्न देती है। उसके प्रति हमें सम्मान की भावना रखनी चाहिए।

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बांटे गए मृदा स्वास्थ्य कार्ड

धरा के ऊपर कृषक भगवान तुल्य है, जो धरा का ध्यान रखते हैं और यह रेवा खंड तो ईश्वर की तपोभूमि यहां के कण-कण में भगवान हैं। विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केंद्र में एक उन्नत और आधुनिक तकनीकों से सुसज्जित प्रयोगशाला जल्द ही बनाई जाएगी। कार्यक्रम में किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए गए। जिसके द्वारा किसान भाई संतुलित मात्रा में उर्वरकों का उपयोग कर मिट्टी की उर्वरा शक्ति बनाए रखेंगे। 

धरती को देना चाहिए पोषक तत्व 

मुख्यातिथि शीला त्रिपाठी ने संबोधन में कहा कि धरती एक मां की तरह जिस तरह जन्म देने वाली मां के शरीर को पोषक तत्व दिए जाते हैं, ताकि आने वाली संतान हष्ट पुष्ट हो। ठीक इसी तरह धरती में भी हमें पोषक तत्व डालने चाहिए। ताकि उन्नत फसल हमें मिल सके। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक सुनील कुमार राठौड़ द्वारा भी किसानों को कृषि से संबंधित तकनीकी जानकारी दी गई।   


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News Editor

Devendra Singh

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