चौहान का फर्जी वीडियो सोशल मीडिया में वायरल, दिग्विजय समेत 12 के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज

6/15/2020 3:44:58 PM

भोपाल, 15 जून (भाषा) मध्यप्रदेश पुलिस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एक पुराने वीडियो के साथ कथित रूप से छेड़छाड़ कर उनकी छवि खराब करने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर वायरल करने के मामले में सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह सहित 12 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से संबंधित एक वीडियो यहां सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया है। भाजपा ने मूल वीडियो को संपादित कर चौहान की छवि खराब करने के लिए सोशल मीडिया पर प्रसारित करने का आरोप लगाया है।
इस मामले में भाजपा नेताओं ने रविवार को पुलिस की अपराध शाखा पहुंचकर इसकी शिकायत की और दिग्विजय सिंह के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कराते हुए दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग की थी।
भोपाल पुलिस की अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निश्चल झारिया ने सोमवार को पीटीआई भाषा को बताया, ‘‘ इस मामले में भोपाल के भाजपा विधायकों और वरिष्ठ भाजपा नेताओं की शिकायत पर दिग्विजय सिंह और अविनाश कड़वे सहित 12 लोगों के खिलाफ भादंवि की धारा 500 (मानहानि) , धारा 501(मानहानिकारक जानी हुई बात को मुद्रित या उत्कीर्ण करना), 505 (2) (सार्वजनिक तौर पर शरारत) और 465 (जालसाजी) के तहत मामला दर्ज कर विवेचना की जा रही है।’’ इस संबंध में सोमवार को दिग्विजय सिंह ने मीडिया से कहा कि बुधनी क्षेत्र के आदिवासियों को मुख्यमंत्री के दलालों द्वारा ठगे जाने के संबंध में मैने आवाज उठायी और धरना देने की धमकी दी, इसी से तिलमिलाई भाजपा ने मेरे खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
उन्होंने कहा मुझे इसमे कोई आपत्ति नहीं है लेकिन इसमें यह भी जांच होना चाहिये कि आखिर इसे किसने संपादित किया है और इसका स्रोत क्या है।
वहीं प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस मामले में कहा, ‘‘प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर दर्ज हुए प्रकरण की कड़ी निंदा करता हूँ। भाजपा सरकार प्रदेश में निरंतर कांग्रेस के नेताओं पर दमनकारी कार्यवाही कर अपनी विद्वेष व दुर्भावना वाली सोच को प्रदर्शित कर रही है।’’
प्रदेश के पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता के नेतृत्व में भाजपा नेताओं की तरफ से भोपाल अपराध शाखा को दिये गये शिकायत में कहा गया है कि चौहान ने 12 जनवरी 2020 को तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ सरकार की आबकारी नीति के बारे में एक टिप्पणी की थी, लेकिन दिग्विजय सिंह ने चौहान की छवि धूमिल करने के लिए इस वीडियो में काट—छांटकर रविवार को अपने ट्विटर अकाउंट में डाला है।
हालांकि दिग्विजय ने बाद में इसे हटा लिया था ।


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PTI News Agency

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