कांग्रेस ने दूसरी सूची में नौ उम्मीदवार घोषित किए, भाजपा से आये तीन नेताओं को मिला टिकट

9/27/2020 9:11:14 PM

भोपाल, 27 सितंबर (भाषा) कांग्रेस ने मध्यप्रदेश में 28 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए रविवार को अपनी दूसरी सूची में नौ उम्मीदवार घोषित कर दिए। इनमें से तीन उम्मीदवार ऐसे हैं, जो हाल ही में भाजपा छोड़ कांग्रेस में आये हैं।
इससे पहले कांग्रेस 11 सितंबर को अपनी पहली सूची में 15 उम्मीदवार घोषित कर चुकी है। इनमें से भी चार उम्मीदवार ऐसे हैं, जो कभी भाजपा में रह चुके हैं और दो प्रत्याशी कभी बसपा में रह चुके हैं।
इसी के साथ कांग्रेस ने 24 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं और इनमें से दूसरे दलों से आये नौ लोगों पर दांव लगाया है, जिनमें से भाजपा से कांग्रेस में आये सात नेता एवं बसपा से आये दो नेता शामिल हैं।
मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता भूपेन्द्र गुप्ता ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की स्वीकृति के बाद पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक ने मध्यप्रदेश उपचुनाव के लिए आज नौ उम्मीदवारों के नामों की दूसरी सूची जारी कर दी है।
कांग्रेस ने जौरा सीट से पंकज उपाध्याय, सुमावली से अजब कुशवाह, ग्वालियर पूर्व से सतीश सिकरवार, पोहरी से हरिबल्लभ शुक्ला, मुंगावली से कन्हैया राम लोधी, सुरखी से पारूल साहू, मांधाता से उत्तम राज नारायण सिंह, बदनावर से अभिषेख सिंह टिंकू बाना एवं सुवासरा से राकेश पाटीदार को टिकट दिया है।

इससे पहले कांग्रेस 11 सितंबर को अपनी पहली सूची में 15 सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित कर चुकी है, जिनमें दिमनी, अंबाह, गोहद, ग्वालियर, डबरा, भांडेर, करैरा, बमोरी, अशोकनगर, अनूपपुर, सांची, आगर, हाटपिपलिया, नेपानगर और सांवेर शामिल हैं।
इन उम्मीदवारों में से सतीश सिकरवार, अजब कुशवाह एवं पारूल साहू हाल ही में भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए हैं।

कांग्रेस की पहली सूची में जारी उम्मीदवारों में से प्रेमचंद गुड्डू, सत्यप्रकाश सिकरवार, सुरेश राजे एवं कन्हैयालाल अग्रवाल पहले भाजपा में रह चुके हैं, जबकि फूल सिंह बरैया एवं प्रागीलाल जाटव पहले बसपा के नेता रह चुके हैं।
जिन 28 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, उनमें से 25 सीटें कांग्रेस विधायकों के इस्तीफा देकर भाजपा में आने से खाली हुई हैं, जबकि दो सीटें कांग्रेस के विधायकों के निधन से और एक सीट भाजपा विधायक के निधन से रिक्त है। हालांकि, चुनाव आयोग ने फिलहाल उपचुनाव का कार्यक्रम घोषित नहीं किया है।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के 22 विधायकों के त्यागपत्र देकर भाजपा में शामिल होने के कारण प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई थी, जिसके कारण कमलनाथ ने 20 मार्च को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। फिर 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार बनी। इसके बाद कांग्रेस के तीन अन्य विधायक भी कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए हैं।
मध्यप्रदेश विधानसभा की कुल 230 सीटों में से वर्तमान में भाजपा के 107 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के 88, चार निर्दलीय, दो बसपा एवं एक सपा का विधायक है।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) भी 28 अगस्त को इन 28 सीटों में से आठ सीटों पर अपना प्रत्याशी घोषित कर चुकी है, जबकि भाजपा ने अब तक आधिकारिक तौर पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है।


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