anti mafia campaign in gwalior: राजकुमारी को कलेक्टर के हस्ताक्षेप से 10 साल बाद मिली जमीन, बेचने वाले ने ही कर लिया था कब्जा

4/19/2022 4:43:14 PM

ग्वालियर (अंकुर जैन): शिंदे की छावनी (shinde ki chawani) की रहने वाली राजकुमारी राजपूत के चेहरे पर आज दस साल बाद खुशी देखने को मिली है। उनकी भू माफिया (land mafia) द्वारा कब्जाई गई जमीन को कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने मुक्त कराने के बाद रात को रजिस्ट्रार खुलवाकर उनकी रजिस्ट्री करवाई और यह ग्वालियर में इस प्रकार का पहला मामला है। ग्वालियर में एंटी माफिया (anti mafia campaign in gwalior) कार्रवाई चरम पर है। लगातार भू माफिया और अपराधियों के सरकारी भूमि पर बने मकान को ध्वस्त किया जा रहा है और जमीन को भी उनके कब्जे से छुड़ाया जा रहा है। लेकिन ग्वालियर प्रशासन (gwalior administration) ने एक कदम आगे बढ़ते हुए एक महिला को बड़ी राहत दी है। 

बेचने वाले ने ही जमीन पर कर लिया था कब्जा 

शिंदे की छावनी इलाके (shinde ki chawani) में रहने वाली राजकुमारी राजपूत ने 10 साल पहले ज्ञान सिंह से बहोड़ापुर में ढाई लाख रूपए में एक प्लॉट खरीदा था जिस पर ज्ञान सिंह ने ही कब्जे में ले लिया और दूसरे व्यक्ति को बेच दिया।राजकुमारी ने कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह से गुहार लगाई तो कलेक्टर ने तत्काल कार्रवाई करते हुए ज्ञान सिंह यादव को प्लॉट वापस करने के निर्देश दिए। वहीं रजिस्ट्रार को भी रात को कार्यालय पहुंचकर राजकुमारी के नाम प्लॉट की रजिस्ट्री करने के निर्देश दिए। 

 

जारी रहेगी एंटी माफिया मुहिम: कलेक्टर  

राजकुमारी ने इस कार्रवाई के लिए कलेक्टर और जिला प्रशासन को भरे दिल से धन्यवाद दिया है। उनके प्लॉट की कीमत आज डेढ़ करोड़ हो चुकी है। इसे लेकर वे काफी खुश हैं। कलेक्टर का कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा के मुताबिक कमजोर लोगों को न्याय मिले, इसके लिए एंटी माफिया मुहिम जारी रहेगी। प्रशासन की इस कार्रवाई से गरीब कमजोर वर्ग में भरोसा जग रहा है।

 

Devendra Singh

This news is News Editor Devendra Singh