कैदी भाई ने राखी बंधवाने से किया इंकार, तो जेलर ही बन गए बिलखती बहन के भाई

8/27/2018 12:56:56 PM

बैतूल : जिला जेल में रक्षाबंधन के दिन एक अनोखा नजारा देखने को मिला। जेल में कैद एक भाई ने जब आपसी गलतफहमियों के चलते अपनी बहन से राखी बंधवाने से इंकार कर दिया, तो जेलर खुद रोती-बिलखती बहन से राखी बंधवाने आगे आ गए।

दरअसल जिला जेल में हर बार की तरह इस बार भी रक्षाबंधन मनाया गया। इसी बीच जेलर योगेंद्र पंवार ने देखा कि एक बहन काफी इंतजार के बाद रोते-बिलखते घर के लिए वापस जा रही है। यह देख उन्होंने उससे रोने की वजह पूछी, तो उसने बताया कि उसका भाई यहां गैर इरादतन हत्या के मामले में बंद है। वह उसे राखी बांधने आई है, लेकिन भाई ने राखी बंधवाने से साफ इंकार कर दिया है।

यह सुनकर जेलर पंवार खुद भाई को बुलाने गए, लेकिन वह तब भी नहीं आया। इस व्यवहार से मायूस बहन वहां से जाने लगी, लेकिन तभी जेलर ने अपना हाथ आगे बढ़ा दिया। भाई ने भले ही राखी बंधवाने से इंकार कर दिया पर बहन घर लौटते वक्त जेलर से यह कहना नहीं भूली कि वे उसके भाई का ख्याल रखें।

जेलर पंवार ने कहा कि उनका ज्यादा समय तो जेल और कैदियों के बीच ही गुजरता है। इतनी उम्मीदें और इच्छाओं के लिए दूर से आई बहन जब मायूस होकर लौट रही थी तो उन्हें बेहद बुरा लगा और इसलिए उन्होंने उससे राखी बंधवाने का फैसला किया। जिला जेल में कल 128 बंदियों को उनकी बहनों ने राखी बांधी। इस दौरान 337 परिजन जिला जेल पहुंचे।

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