कोरोना के कारण रमजान की रौनक पड़ी फीकी

4/29/2020 11:46:00 AM

रायसेन(नसीम अली): पूरी दुनिया में फैले कोरोना वायरस के प्रकोप की वजह से इस बार रमजान के रंग भी फीके हो गए हैं। लोग घर मे ही समान बना कर रमजान के त्योहार मना रहे है। घरों में बंद लोग फोन के माध्यम से एक दूसरे को रमजान की मुबारकबाद दे रहे हैं। वही सभी मस्जिदों के उलेमाओं ने भी मुस्लिम समाज के लोगों से घर में ही रहकर पांच वक्त की नमाज पढ़ने तथा तरावीह व इफ्तार करने की अपील की है। 

वैसे तो रमजान का महीना आते ही लोगों के चेहरे पर एक राैनक आ जाती है। बाजारों में खाने पीने के खास सामान खरीदे जाते हैं लेकिन इस बार लॉक डाउन के चलते सभी पर्व और त्योहार घरों में ही मनाए जा रहे हैं। चांद के दीदार के साथ ही रमजान का पवित्र महीना प्रारंभ हो गया है लेकिन इस बार न तो इफ्तार की दावत होगी और न ही मस्जिदों में रोजे की सामूहिक नमाज पढ़ी जाएगी। सिर्फ 5 लोग ही मस्जिदों में नमाज पढ़ेंगे और रोजे रखना इस्लाम के पांच स्तंभ में से एक है। 30 दिनों तक चलने वाला यह पवित्र पर्व रमजान उल मुबारक में अल्लाह की इबादत का पर्व है। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग पूरे 30 दिन इस चिलचिलाती धूप और गर्मी में रोजा रख हर रोज शाम को इफ्तार करेंगे। रमजान में पूरे 30 दिनों तक मस्जिद तथा लोगों के घरों में रौनक बढ़ जाती थी। लेकिन कोरोना महामारी जैसे संकट के कारण मस्जिद भी वीरान पड़ गई है।



दीवानगंज निवासी षकीना बी ने बताया कि लोक डाउन के कारण घर मे ही चावल सूजी पापड़ आलू के चिप्स बनाये लॉक डाउन का पालन करते हुए घर मे ही रमजान मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि अल्लाह की इबादत कर रही हूं सभी मुसलमानों से निवेदन करती हूं घर मे रह कर अल्लाह की इबादत करे और लॉक डाउन का पालन करें।

 

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