रथारूढ़ हुए लॉर्ड जगन्नाथ, रियासतकालीन परंपरा के अनुरूप रथयात्रा

7/1/2022 6:39:08 PM

रायगढ़ (पुनीराम रजक): लॉर्ड जगन्नाथ (lord jagannath) की धार्मिक रथ यात्रा (rath yatra 2022) को लेकर रायगढ़ के निवासियों में भी उत्साह का माहौल है। यहां के जगन्नाथ मंदिरों (jagannath temples) में सुबह से ही पूजा-अर्चना का दौर चलता रहा। उत्कल सांस्कृतिक मंच की ओर से शहर के राजा पारा स्थित जगन्नाथ मंदिर में रथ उत्सव की तैयारियां की जा रही है।

जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की प्रतिमा हुई रथारूढ़

खास बात यह है कि रायगढ़ शहर में रथयात्रा कल शनिवार को निकाली जाएगी। आज इससे पहले महाप्रभु जगन्नाथ, बालभद्र और सुभद्रा की मंदिरों में पूजा अर्चना की गई। भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की प्रतिमा को रथारूढ़ करने से पहले रायगढ़ राज परिवार ने छेरा पहरा करते हुए रथ पर सवार किया।

भक्तों का उमड़ा सैलाब

कल तृतीया की शाम राजमहल स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर के पास से रथारूढ़़ भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकलेगी, जोकि पूरे शहर का भ्रमण करेगी। जगन्नाथ पुरी की तर्ज पर इस दौरान झांकियों का आयोजन भी किया गया है। आज रथारूढ़ करने के दौरान पर मंदिर के अंदर और बाहर दर्शन के लिए भक्तों की कतारें लगी रही। लोगों ने भगवान जगन्नाथ के दर्शन कर परिवार के सुख समृद्धि की कामना की।

रियासत कालीन परंपरा के मुताबिक मनाई जाती है रथ यात्रा

दरअसल ओड़िशा राज्य की सीमा से लगे रायगढ़ जिले में पूरे 10 दिनों तक यात्रा मनाने की रियासत कालीन परंपरा है। रायगढ़ में हर वर्ष रथ यात्रा के दूसरे दिन रथ उत्सव मनाया जाता है। आज रथयात्रा के दिन भगवान जगन्नाथ बलभद्र और सुभद्रा की प्रतिमा को रथारूढ किया गया है। कल रथ यात्रा निकलकर पूरे शहर का भ्रमण करेगी।

 

Devendra Singh

This news is News Editor Devendra Singh