हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज करेंगे लटेरी गोलीकांड की जांच, 3 महीने में सौंपेगे रिपोर्ट
8/25/2022 12:38:23 PM
लटेरी(अमित रैकवार): राज्य शासन ने विदिशा जिले के वन परिक्षेत्र लटेरी (दक्षिण) ग्राम खट्यापुरा में (विश्व आदिवासी दिवस) 9 अगस्त 2022 को वन अमले एवं आदिवासियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक आदिवासी चैनसिंह भील की मौत हो गई थी, साथ ही इस घटना के दौरान छः अन्य आदिवासी गंभीर घायल हुए थे। राज्य शासन ने उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए घटना की जांच के लिए एकल सदस्य जांच आयोग का गठन किया है।
तीन माहीने में आयोग सौंपेगा रिपोर्ट
राज्य सरकार द्वारा गठित इस आयोग के गठन संबंधी गजट नोटिफिकेशन जारी किया गया है जो विभिन्न बिंदुओं की जांच करेगा। आयोग, गोली लगने से एक व्यक्ति की मृत्यु और 6 व्यक्तियों के घायल होने की घटना की विभिन्न बिन्दुओं पर जांच कर तीन महीने में अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को प्रस्तुत करेगा। राज्य सरकार द्वारा उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति व्हीपी एस चौहान की अध्यक्षता में जांच आयोग गठित किया गया है। आयोग अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट करेगा कि किन परिस्थितियों में घटना घटित हुई थी। वनकर्मियों द्वारा किया गया बल प्रयोग तत्कालीन घटना की परिस्थितियों में उपयुक्त था या नहीं। यदि बल प्रयोग किया जाना आवश्यक नहीं था, तो इसके लिये दोषी कौन है। इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और अन्य आवश्यक समझे जाने वाले बिन्दुओं पर भी आयोग रिपोर्ट में अपने सुझाव देगा।
लटेरी गोलीकांड: सरकार के रैवेय से नाराज फॉरेस्ट के अधिकारियों और कर्मचारियों ने 16 अगस्त 2022 को सरेंडर कर दिए थे हथियार...!!
दरअसल 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस पर हुई गोलीबारी में एक कि मौत के बाद लटेरी पुलिस द्वारा वन अमले पर 302, 307, 34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया था। जिससे नाराज मध्यप्रदेश वन विभाग के अंतर्गत वन सुरक्षा के लिए विभिन्न परिक्षेत्रों, वन चौकियों को उपलब्ध शासकीय सर्विस रिवॉल्वर एवं शासकीय बंदूकों को 16 अगस्त 2022 को विरोध स्वरूप जमा कर दिया गया था। यह फैसला स्टेट फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर्स राजपत्रित एसोसिएशन मध्यप्रदेश भोपाल के निर्देश को मानते हुए प्रदेश भर में सरकारी हथियार जमा किए गए थे।