MP में ऋण वितरण के बाद सामने आया ''चावल घोटाला'', मिलर्स खा गए गरीबों के चावल

1/31/2019 3:33:02 PM

जबलपुर: मध्यप्रदेश में ऋण वितरण के बाद अब चावल घोटाला सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार, 5 राइस मिलर्स ने ये घोटाला किया है। कलेक्टर के आदेश पर पांचों के ख़िलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। सरकारी कोटे का ये चावल गरीबों को दिया जाना था। महामाया राइस मिल जबलपुर, त्रिमूर्ति राइस मिल शहपुरा, जैनम फूड शहपुरा, वंशी राइस मिल पाटन और मां नर्मदा ट्रेडर्स पाटन के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।



जबलपुर में अब गरीबों के हिस्से का चावल भी खा लिया गया। इस घोटाले में जिले के 5 राइस मिलर्स शामिल हैं। इन लोगों ने लाखों रुपए कीमत का सैकड़ों क्विटल धान गायब कर दिया। जो धान दिया वो भी बदल दिया गया। अच्छी क्वालिटी के धान के बजाए खराब क्वालिटी का धान सप्लाई किया गया।


ऐसे किया घोटाला
शिकायत मिलने पर तत्काल प्रशासन हरकत में आया और पांचों मिलर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इस पूरे घोटाले की जांच के लिए कलेक्टर छवि भारद्वाज ने एसडीएम को विस्तृत रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। प्राथमिक जांच में ये बात सामने आई है कि जिले के पांच मिलर्स को चावल निकालने के लिए सरकारी कोटे से धान दिया गया था। उसमें से करीब 20 लॉट धान गायब कर दिया गया। हर लॉट में करीब 270 क्विंटल धान होता है। इस हिसाब से 5400 क्विंटल से ज़्यादा धान गायब कर दिया गया या यूं कहें कि गरीबों के लिए दिया गया सरकारी कोटे का धान खुले बाजार में बेच दिया गया।



इन मिलर्स के खिलाफ केस दर्ज 

  • सुरेश मटानी -महामाया राइस मिल जबलपुर
  • कमल जैन -त्रिमूर्ति राइस मिल शहपुरा के
  • विमल जैन - जैनम फुड शहपुरा
  • कमल खरबंदा - वंशी राइस मिल पाटन
  •  रामकुमार ठाकुर - मां नर्मदा ट्रेडर्स पाटन

 

 

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