'vadra sign entry in politics': इंदौर पहुंचे रॉबर्ट वाड्रा ने राजनीति में आने के दिए संकेत, प्रियंका गांधी के साथ संभाल सकते हैं कांग्रेस की कमान

4/11/2022 3:01:42 PM

इंदौर (सचिन बहरानी): कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (priyanka gandhi) के पति रॉबर्ट वाड्रा (robert vadra) इंदौर पहुंचे। यहं पहुंचते ही उन्होंने बताया कि अगर लोग चाहें तो वह जरूर राजनीति में आ सकते हैं। उन्होंने राजनीति (politics) को लेकर कई तरह की बातों का जिक्र करते हुए कहा कि वो जल्द ही राजनीति (politics) में सक्रिय भूमिका में नजर आ सकते हैं। वाड्रा (vadra) ने बताया कि,"मैं हमेशा लोगों की सेवा करता हूं, मैं राजनीति में आऊं या नहीं, लेकिन मैं जनता की सेवा करता रहूंगा". ये बातें रॉबर्ट वाड्रा (robert vadra) ने अपने एक दिवसीय इंदौर दौरे के दौरान मीडिया से शेयर की।  

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लोग चाहेंगे मैं उनको रिप्रेजेंट करूं तो कुछ बदलाव ला सकता हूं: रॉबर्ट वाड्रा

रॉबर्ट वाड्रा (robert vadra) ने बताया कि जब से वह इस परिवार का सदस्य बने हैं और उन्हें इस परिवार से सीखने को बहुत कुछ मिला है और देश के लिए सबसे जरूरी है जिसे कहते हैं ग्रेट पावर कम्स ग्रेट रिस्पांसिबिलिटी (Great Power Comes Great Responsibility) मुझे देखना पड़ा कि जो भी मैं कदम लूंगा और जितनी भी मुश्किलें पड़ी और उस मुश्किलों से मैंने सीखा कि कैसे झेलना है, हर चीज को कैसे समझना है। मुझे तो जरूर पॉलिटिक्स (politics) को समझता हूं अगर लोग चाहेंगे कि मैं उनको रिप्रेजेंट करूं और अगर मैं कुछ बदलाव ला सकता हूं। उनके लिए मैं जरूर वह कदम लूंगा पर जो मेरा चैरिटी है वह तो 10 साल और उससे पहले चलता आ रहा है और चलता रहेगा फिर चाहे जितना भी समय लगे अगर मैं पॉलिटिक्स में आऊं या नहीं लेकिन लोगों की सेवा तो करता हूं और अगर मैं पॉलिटिक्स (politics) में होता हूं तो तो बड़े पैमाने पर मैं कर पाऊंगा और अभी भी मैं जहां भी पहुंच सकता हूं।

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मीडिया डरती है सही बात बोलने में: वाड्रा

देशभर में मैं पहुंचता हूं और मुझे पता है लोग मेरे साथ हैं मेहनत करते हैं 4 लोग हैं। मेरे साथ जो मेरा नाम इस्तेमाल करेंगे तो अच्छे लोगों के लिए अच्छा काम ही करेंगे तो हां देखते हैं। आगे क्या होता है जैसा मैंने बताया हर रोज मेरे परिवार बच्चे हो यहां जो भी रोज आते हैं हम लोग सारे बातचीत करते रहते हैं। इसी राजनीति हो रही है और जो देश बदल रहा है और घबराहट होती है। क्योंकि बहुत सारी चीजें ऑप्टिक्स हो गई हैं, मीडिया डरती है सही बात बोलने में, तो यह सारी चीज जो है यह डेमोक्रेसी (democracy in india) नहीं है। 


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News Editor

Devendra Singh

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