सांची दूध संघ के CEO को हटाने के लिए भोपाल में छिड़ी मुहिम

12/24/2019 12:28:20 PM

भोपाल(इजहार हसन खान): भोपाल के सांची दुग्ध संघ के टैंकर में दूध में यूरिया मिलावट का मामला अब तूल पकड़ रहा है। राजधानी भोपाल के लोगों में इसको लेकर रोष व्याप्त है। लोगों ने सोशल मीडिया पर सांची दुग्ध संघ के सीईओ केके सक्सेना को हटाने के लिए मुहिम छेड़ दी है। वहीं आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने ट्विटर पर सांची दूध संघ के सीईओ केके सक्सेना को हटाने की मांग की है। दूध में हो रही मिलावट को लेकर भाजपा के पूर्व विधायक एवं पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेन्द्रनाथ सिंह भी महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेंगे, जिसमें दूध के रूप में लोगों को जहर पिलाने वाले लापरवाह अधिकारियों पर एफ आई आर दर्ज कर जेल भेजने की मांग करेंगे। बता दें कि पूर्व विधायक इससे पहले भी सांची दूध संघ के खिलाफ़ प्रदर्शन कर चुके हैं।




आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दूबे ने ट्वीट करते हुए लिखा कि "मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में सांची दूध में मिलावटखोरी के लिए दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही हो। लंबे समय से भोपाल दुग्ध संघ में पदस्थ विवादित सीईओ केके सक्सेना को हटाए और उनके विरुद्ध लंबित शिकायतों पर एसटीएफ जांच हो।' अजय ने अपने ट्वीट में सीएम कमलनाथ, कमिश्नर भोपाल कल्पना श्रीवास्तव और कलेक्टर भोपाल तरुण पिथोड़े को टेग किया है।

दरअसल, मध्यप्रदेश में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान जोर शोर के साथ चल रहा है और इसमें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट, कमिश्नर भोपाल कल्पना श्रीवास्तव और कलेक्टर भोपाल तरुण पिथोड़े भी भाग ले रहे हैं। इस अभियान के तहत अभी तक मिलावट करने वाले 106 लोगों पर एफआईआर हो चुकी है और 40 पर रासुका की कार्रवाई कर उन्हें जेल भेजा जा चुका है।



बता दें कि, भोपाल क्राइम ब्रांच ने मिसरोद के पास से सांची दुग्ध संघ के एक दूध टैंकर को पकड़ा था। यह टैंकर संदिग्ध अवस्था में पकड़ाया था और इसमें से दूध निकालकर पानी या कुछ और मिलाने की आशंका जताई गई थी। खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा टैंकर के तीन सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए थे। जिसमें जांच में ये बात सामने आई थी के दूध में यूरिया मिलाया गया था। इस मामले में टैंकर के चालक और टेंकर मालिक को रासुका के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।

गौरतलब है कि मिलावट को लेकर स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया था कि मिलावट के चलते मध्यप्रदेश में केंसर के मरीज बढ़ रहे हैं। वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने मिलावट खोरी में शामिल होने वाले अधिकारियों पर भी सख्त कार्रवाई करने की बात कही थी साथ ही यह भी कहा था कि कोई भी बड़ा या छोटा अधिकारी हो अगर मिलावट में शामिल है तो छोड़ा नहीं जाएगा। सांची दूध में यूरिया की मिलावट पर भी सरकार सख्त है। अब देखने वाली बात यह होगी कि कार्यवाई के नाम पर सिर्फ छोटे कर्मचारियों को हटाया जाता है या फिर किसी बड़े अधिकारी पर भी कार्यवाई होगी।

 

meena

This news is Edited By meena