राज्यसभा में केन्द्रीय मंत्री और दिग्विजय सिंह के बीच तेज बहस, नकवी ने किया पलटवार
2/6/2020 11:19:48 AM
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम व राज्य सभा सांसद दिग्विजय सिंह ने राज्यसभा में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान केन्द्र सरकार पर जमकर हमला बोला। इस दौरान दिग्विजय सिंह और भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी के तीखी बहस हो गई। हालांकि इस दौरान भाजपा नेता भूपेन्द्र यादव ने बीच-बचाव किया। हालांकि इस दौरान भूपेन्द्र सिंह यादव के बीच भी उनकी बहस हुई। मुख्तार अब्बास नकवी ने अपने ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता को कड़ा जवाब।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता को कड़ा जवाब। Strong and effective reply to Congress’ senior leader. #राज्यसभा #RajyaSabha pic.twitter.com/1BDy6Jd9NV
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) February 5, 2020
राज्यसभा में मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा- भारत अल्पसंख्यकों के लिए जन्नत है और पाकिस्तान नर्क है। उन्होंने कहा- कुछ राजनीतिक दल एवं बोगस बैशिंग ब्रिगेड नरेन्द्र मोदी को मिले जनादेश को कभी हजम नहीं कर पाए और जनतंत्र का 'गुंडातंत्र' से अपहरण करने की साजिश करते रहे हैं। कुछ राजनीतिक दल अपने निहित स्वार्थों के कारण देश के संवैधानिक मूल्यों की धज्जियां उड़ाने में अपनी शान समझ रहे हैं।
इसके बाद दिग्विजय सिंह अपने संबोधन के लिए खड़े हो गए। उन्होंने कहा कि, मुख्तार अब्बास नकवी को जो भाषण हुआ मैं उनकी मजबूरी समझता हूं। जिन लोगों के बीच में वो हैं उनके बीच में रहते हुए जो भाषण उनको दे दिया गया वो उन्होंने पढ़ दिया। मेरी पूरी सहानुभूति आपके साथ है।
दिग्विजय सिंह के भाषण पर मुख्तार अब्बास नकवी ने आपत्ति जताते हुए उन्हें कड़ा जबाव दिया। उन्होंने कहा- इनकी नजर में कोई मुसलमान बोले तो मजबूरी है और ये बोलें तो मजबूती है। हम मजबूरी में नहीं बल्कि मजबूती से इस देश में रह रहे हैं और मजबूती से अपनी बात बोल रहे हैं। बात तब और बढ़ गई जब दिग्विजय सिंह इसके बाद भी नहीं माने और उन्होंने एक बार फिर से कहा कि मेरी सहानुभूति आपके साथ है।
दिग्विजय सिंह के इस बयान पर भूपेंद्र यादव ने भी आपत्ति जताते हुए कहा कि 20 सालों से मुख्तार अब्बास नकवी हमारी पार्टी को आगे बढ़ा रहे हैं और देश के बड़े नेता भी हैं। उनके बारे में इस तरह की टिप्पणी करना व्यक्तिगत हमला है। आपको ऐसी टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।