शशि थरुर का तंज- कोई हिंदू खतरे में नहीं है अगर वह भाजपा में नहीं है तो...

4/4/2023 5:09:32 PM

इंदौर(सचिन बहरानी): संविधान का संरक्षण और संविधान का उत्थान परिसंवाद विषय पर इंदौर में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिस में शामिल होने कांग्रेस के सांसद शशि थरूर इंदौर आए। उनके साथ मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ भी इस आयोजन में शामिल हुए। यह आयोजन इंदौर के वरिष्ठ अधिवक्ता अजय फागणिया द्वारा किया गया था। इसमें संविधान कैसे खतरे में हैं यह बताया गया। शहर के प्रबुद्ध जन एवं लॉ कॉलेज के स्टूडेंट इस आयोजन में शामिल हुए जिन से मुखातिब होते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने बताया कि अगर हिंदू भाजपा में नहीं है तो वह खतरे में है। इस समय देश को हिंदू राष्ट्र बताकर देशवासियों को गुमराह किया जा रहा है जबकि हमारा संविधान कहता है कि सभी को अपने अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है और संविधान सभी को अपने-अपने हक देता है।

शशि थरूर ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि अयोध्या में सभी को पूजा करने जाना चाहिए लेकिन देश का प्रधानमंत्री वहां जाता है और खुद ही पुजारी बन जाता है। देश की संसद के नए भवन का पूजा भी खुद ही प्रधानमंत्री द्वारा किया जाता है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री का पद संवैधानिक है जिस पर किसी भी धर्म का व्यक्ति बैठ सकता है। इसी तरह देश के राष्ट्रपति भी हर धर्म के हो सकते हैं। राष्ट्रपति पद पर सभी धर्म के लोग हुए भी हैं। उन्होंने कहा कि संविधान में परिवर्तन कर या सरकार देश की विविधता अनेकता में एकता को समाप्त करना चाहती है। इस आयोजन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी अपने विचार रखे और बताया कि वह कैसे सातवीं लोकसभा में पहली बार युवा सांसद बनकर संसद पहुंचे थे।

उन्होंने बताया कि कैसे उस समय भी विपक्ष को बोलने की पूरी आजादी थी लेकिन अब विपक्ष की आवाज को दबा दिया गया है। शशि थरूर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राहुल गांधी का जो केस था वह बहुत ही कमजोर था और उनका वह चुनावी भाषण था और भाषण में लोग बहुत सारी चीजें बोलते है, भाजपा ने कमलनाथ और मेरे बारे में क्या क्या कहा है। सब जानते है आगे उन्होंने कहा कि राहुल ने इन सब का नाम लेकर कहा कि इन सबके नाम के ही क्यों है और यह कभी नहीं कहा कि सारे मोदी चोर है। उन्होंने आगे कहा कि कम से कम इस केस में दोनों इंटर पिटीशन  समझना चाहिए ओर कम से कम सजा देते लेकिन 2 साल की सजा जो मैक्सिमम है और इस सजा के कारण ही उनको संसद की सदस्यता रद्द की गई है जो मेरे ख्याल से बहुत बुरी बात है।

वही आगे उनसे जो पूछा गया कि राहुल गांधी माफी मांगी जा सकती थी तो मामला खत्म हो सकता था तो आगे वह बोले वह राहुल गांधी जो ऐसा लगता है कि उनके मन में की उन्होंने कुछ नहीं किया था और वह एक व्यक्ति का हक है तय करना।

कमलनाथ ने कहा कि राहुल ने यह सब कर्नाटक में कहा और केस चलाया गुजरात में ऐसा क्यों और जिसमें पिटीशन डाली वह खुद रायपुर जाता है केस को स्टे करने के लिए और 2 साल स्टे रहता है। उसके बाद जबसे संसद चला और वह चाहता है कि सुनवाई हो इसी बीच एक जज का ट्रांसफर किया जाता है। एक प्रमोटी जज को भेजा जाता है जिसको कुछ दिन पहले प्रमोट किया और यह ऐसा आर्डर देते हैं।

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